जोश और जुनून से भरपूर रक्षा सेवाओं में नौसेना का महत्व कमतर नहीं आँका जा सकता। थलसेना हो, वायुसेना हो या नौसेना, जो युवा इन सेवाओं में अपना करियर बनाना चाहते हैं उन पर हर भारतीय गर्व करता है। यदि आप भी इन सेवाओं में शामिल होकर देश की सेवा करना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए भारतीय नौसेना की कार्यकारी शाखा (सामान्य सेवा कैडर) में अल्पसेवा कमीशन अधिकारी बनने के लिए।
भारत सरकार द्वारा घोषित राष्ट्रीयता के सापेक्ष में अविवाहित पुरुष अभ्यर्थियों से भारतीय नौसेना की कार्यकारी शाखा (सामान्य सेवा कैडर) में प्रतिवर्ष अल्पसेवा कमीशन अधिकारी की भर्ती की जाती है, जिसका विस्तृत विज्ञापन देश के प्रमुख समाचार-पत्रों में यथासमय प्रकाशित किया जाता है। प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी नेवल अकादमी, एजिमाला, केरल में जुलाई 2009 से शुरू होने वाले पाठ्यक्रम में भर्ती के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं।
क्या पात्रता होनी चाहिए भारतीय नौसेना में अल्पसेवा कमीशन अधिकारी बनने के लिए आयु 19 वर्ष 6 माह से 25 वर्ष के बीच होना चाहिए। जुलाई 2009 के पाठ्यक्रम में भर्ती में ऐसे अभ्यर्थी शामिल हो सकते हैं जिनका जन्म 2 जुलाई 1984 से 1 जनवरी 1990 के बीच हुआ हो (दोनों तिथियाँ शामिल)।इसके अतिरिक्त शैक्षणिक योग्यता निम्नलिखित में से कोई एक होनी चाहिए-
क. मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से भौतिकी एवं गणित में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों सहित द्वितीय श्रेणी में स्नातक हो। ख. मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से भौतिकी एवं गणित में न्यूतनतम 55 प्रश अंकों सहित द्वितीय श्रेणी में स्नातकोत्तर डिग्री (भौतिकी में स्नातकोत्तर को स्नातक में गणित एवं गणित में स्नातकोत्तर को स्नातक में भौतिकी होना चाहिए) या ग. मान्यता प्राप्त विवि से ऑपरेशनल विश्लेषण एवं ऑपरेशनल अनुसंधान/ सांख्यिकी विधि में न्यूनतम 75 प्रश अंकों से स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री या घ. एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी शाखा में बीई या बीटेक न्यूनतम 55 प्रश अंकों सहित। ड. मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से गणित (प्रायकिता या सांख्यिकी के साथ) में न्यूनतम 75 प्रश अंकों में स्नातक/स्नातकोत्तर डिग्री।
ध्यान रखें यदि आप स्नातक नहीं हैं तो आवेदन न करें अन्यथा आपका आवेदन निरस्त हो जाएगा।
शारीरिक मापदंड क. कद एवं भार- न्यूनतम कद 157 सेमी तथा अनुरूप भार। ख. दृष्टि- 6/12, 6/12 चश्मे के साथ प्रत्येक आँख के 6/6 तक सुधारे जाने योग्य। दृष्टि में रंग दोष (कलर ब्लाइंडनेस) तथा रात्रि दोष (नाइट ब्लाइंडनेस) न हो।
कमीशन की अवधि अल्पसेवा कमीशन की अवधि 10 वर्ष के लिए होती है जिसे अधिकारी की परफारमेंस/ इच्छा और सेवाओं की आवश्कताओं के आधार पर 14 वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है। अल्पसेवा कमीशन अधिकारी को कार्यकाल के पूर्ण होने पर शॉर्ट सर्विस कमीशन अधिकारियों को लागूनियमों के अनुसार ग्रेच्युटी देकर कार्यमुक्त कर दिया जाता है। अनुशासित जीवनशैली, नेतृत्व संबंधी योग्यताएँ तथा सेवाकाल में प्राप्त कार्य संबंधी योग्यताएँ नौसेना से सेवानिवृत्ति के बाद दूसरा व्यवसाय धारण करने में लाभप्रद सिद्ध होती हैं।
कैसे होता है चयन * स्नातक/ स्नातकोत्तर में प्राप्तांक के आधार पर अभ्यर्थी को सेना चयन मंडल (एसएसबी) में साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। इस संबंध में कोई पत्र व्यवहार नहीं किया जाता है।
* इस वर्ष के लिए छाँटे गए उम्मीदवारों को जनवरी 2009 से मई 2009 के दौरान बेंगलुरू अथवा भोपाल में सेना चयन मंडल साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा।
* साक्षात्कार की अवधि 5 दिन की होती है, जो चरण 1 (एक दिन) तथा चरण 2 (चार दिन) में संपन्ना होती है। चरण 1 में बुद्धिमत्ता जाँच, तस्वीर जाँच तथा सामूहिक चर्चा जाँच शामिल है। चरण 2 में मनोवैज्ञानिक परीक्षण, सामूहिक चर्चा तथा साक्षात्कार शामिल होते हैं। जो अभ्यर्थी साक्षात्कार में उत्तीर्ण होंगे उनका स्पेशल मेडिकल परीक्षण उसी स्टेशन पर होगा।
* एसएसबी द्वारा चुने गए तथा चिकित्सीय दृष्टि से स्वस्थ पाए गए उम्मीदवार को अखिल भारतीय मेधा सूची के अनुसार रिक्तियों की संख्या के आधार पर प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किया जाएगा।
* साक्षात्कार हेतु एसएसबी केंद्र किसी भी कीमत पर बदला नहीं जाता है।
* एसएसबी साक्षात्कारों की तिथि बदलने हेतु किसी भी प्रकार का पत्र व्यवहार सेना चयन बोर्ड के अध्यक्ष के साथ किया जा सकता है तथा इसकी एक प्रति जनशक्ति नियोजन भर्ती निदेशालय भर्ती व रिजर्व कमरा न. 204, सी विंग, सेना भवन, एकीकृत मुख्यालय रक्षा मंत्रालय (नौसेना) नई दिल्ली (फैक्स 011-23011282) को भेजी जानी चाहिए।
* सेना चयन मंडल में प्रथम बार भाग लेने वालों को द्वितीय श्रेणी की शायिका का रेल भाड़ा दिया जाता है।
कैसे मिलता है प्रशिक्षण * उम्मीदवारों को सब-लेफ्टिनेंट के रैंक में प्रवेश देकर नौसैनिक अकादमी एजिमाला, केरल में नौसेना ओरिएंटेशन पाठ्यक्रम हेतु और अन्य नौसेना शिक्षण संस्थान यूनिट/ पोत में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान अधिकारी को पूरा वेतन और भत्तेदेय होंगे। वे दो वर्ष तक परीविक्षण अवधि पर होंगे, जिसके दौरान यदि उनका परफॉरमेंस निम्न श्रेणी का है तो उन्हें निकाला भी जा सकता है।
* केवल अविवाहित अभ्यर्थी ही प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। जो अभ्यर्थी प्रशिक्षण से पहले अथवा प्रशिक्षण के दौरान विवाहित पाए जाएँगे उन्हें तुरंत सेवामुक्त कर दिया जाएगा और उन्हें वेतन सहित उन पर किया गया पूरा प्रशिक्षण व्यय सरकार को वापस करना होगा।
* इस वर्ष का प्रशिक्षण कार्यक्रम जुलाई 2009 से प्रारंभ होगा।
क्या है कार्यकारी अधिकारी के कर्तव्य एक कार्यकारी अधिकारी के रूप में आप नौसेना के पोतों के पतवार होंगे एवं नेतृत्व प्रदान करेंगे। कार्यकारी अधिकारी, पोत पर काम करने वाले सभी कार्मिकों का नेतृत्वकर्ता, आधुनिक युद्ध के युद्धनीतिज्ञ एवं विदेशी समुद्रों में हमारे देश का राजदूत होता हैं। आधुनिक युद्धपोत अत्याधुनिक विकसित युद्धक यंत्र हैं और उनसे लड़ने के लिए सक्षम निर्णायक मार्गदर्शक की जरूरत है।
इस शानदार पेशे में कई उच्च मुकाम होंगे, जिसमें मुख्य होगा समुद्र में नेतृत्व करना। कार्यकारी अधिकारी समुद्र के सतह, नीचे एवं ऊपर सभी जगहों पर नौसैनिक क्रियाओं में सक्रिय भाग लेते हैं। वे प्रक्षेपास्त्रों एवं तोपखाना, पनडुब्बी विरुद्ध युद्ध, वैद्युत युद्ध एवं संचार, नौसंचालन एवं निर्देशन, जल सर्वेक्षण एवं बहुत कुछ के विशेषज्ञ होते हैं।
आप लड़ाकू विमान उड़ाने का, नौसैनिक कमांडो बनने का, पनडुब्बी से समुद्र के नीचे गोता लगाने का या एक सर्वेक्षक एवं आकाश में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का संचालन करने का पेशा भी चुन सकते हैं। नौसेना में एक सम्मानित, उत्तेजक एवं साहसिक जीवन एक कार्यकारी अधिकारी के रूप में आपका इंतजार कर रहे हैं।
नौसेना आपको प्रदान करती है पदोन्नाति - पदोन्नाति की शर्तें विभिन्न रैंकों के लिए निम्मानुसार हैं-
पद...................................पदोन्नति की शर्तें
सब लेफ्टिनेंट...................................कमीशन मिलने पर
लेफ्टिनेंट सब लेफ्टिनेंट...................................पदोन्नाति के दो साल बाद
लेफ्टिनेंट कमांडर...................................सब्सटेंटिव लेफ्टिनेंट पदोन्नति से चार साल बाद
कमांडर...................................सब्सटेंटिव पदोन्नति से ग्यारह साल बाद
नोट : सब-लेफ्टिनेंट से कमांडर तक ऊपर लिखे समयानुसार सभी सेवा शर्तों को पूरा करने पर पदोन्नाति होती है। भत्ते : महँगाई भत्ता, सीसीए, हिल कंपनसेटरी भत्ता, किट मेंटनेंस भत्ता, हाई अल्टिट्यूड/ अनकंजूनियल क्लाइमेट भत्ता, आउटफिट भत्ता।
क्वालिफिकेशन वेतन या ग्रांट, पैराशूट वेतन और पैराशूट रिजर्व वेतन (पात्रतानुसार)। अन्य सुविधाएं : वेतनमान के अनुसार राशन, फर्नीचर सहित आवास और एलाइड सर्विस कंसशनल रेट पर, निःशुल्क मेडिकल सुविधाएँ स्वयं और परिवार के लिए। ग्रुप हाउसिंग स्कीम, स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए छूटसहित यात्रा सुविधा, केंटीन सुविधा।
सामूहिक बीमा व ग्रेच्युटी : लागू नियमों के अनुसार 20 लाख रुपए (ऑन कंट्रीब्यूशन) तक का सामूहिक बीमा। सेना में सेवा की वर्तमान नियमावली के अनुसार ग्रेच्युटी दी जाएगी। अवकाश व अवकाश नकदीकरण : अधिकारी को (सेवा की शर्तों के अनुसार) 60 दिन का वार्षिकएवं 20 दिन का आकस्मिक अवकाश प्रतिवर्ष दिया जाएगा।
नियमानुसार स्वयं और परिवार के लिए निःशुल्क यात्रा, हवाई यात्रा पर 50 प्रतिशत छूट। वर्तमान में लागू नियमों के अनुसार अवकाश नकदीकरण की अनुमति होगी। साहसिक कार्य व खेल : नौसेना आपकी मनपसंद के किसीभी खेल में प्रवीणता प्राप्त करने के लिए सुविधाएँ प्रदान करती है। उसके अतिरिक्त आप रिवर राफ्टिंग, पर्वतारोहण हॉट एयर बैलूनिंग, हैंगग्लाइडिंग, विंड सर्फिंग आदि रोमांचक खेल सीख सकते हैं तथा उनमें भाग ले सकते हैं।
आवेदन कैसे करें जुलाई 2009 पाठ्यक्रम के लिए विस्तृत विज्ञापन विभिन्ना समाचार-पत्रों में प्रकाशित किया गया है, जिसमें आवेदन का प्रारूप भी दिया गया है। निर्धारित प्रपत्र में भरा हुआ आवेदन पत्र जिस पर 'अल्प सेवा कमीशन कार्यकारी शाखा सामान्य सेवा कैडर- जुलाई 2009 शिक्षा...... प्रतिशत...... एनसीसी प्रमाण पत्र..... यदि लागू हो' लिखा हो निम्नलिखित पते पर 21 सितंबर 08 तक पहुँच जाने चाहिए।
स्पीड पोस्ट/ रजिस्टर्ड पोस्ट/कूरियर द्वारा भेजे जाने वाले आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएँगे। 'पोस्ट बैग न. 04, आरके पुरम डाकघर (मेन) नई दिल्ली 110066'। आवेदन निर्धारित प्रपत्र में ही भेजें। अन्यथा आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा। आवेदन के साथ निम्नलिखित की सत्यापित प्रतियाँ अवश्य भेजें- अ.जन्मतिथि और शैक्षणिक योग्यता के सत्यापन हेतु 10वीं कक्षा का प्रमाणपत्र ब. सभी सेमेस्टरों की अंकतालिकाएँ।
अपना पता लिखा व डाक टिकट लगे दो लिफाफे संलग्न करें। आवेदन पत्र व संलग्नक को अच्छी तरह धागे से बाँध दें। कोई भी संलग्नक खो जाने पर नौसेना मुख्यालय जिम्मेवार नहीं होगा। अन्य जानकारियों के लिए देखें- www. nausena. bharti.nic.in