बीआरटी रद्द करने का वादा

नई दिल्ली। दस साल बाद भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की सत्ता में लौटी तो पहली फाइल अफजल को फांसी देने की पास होगी। भाजपा ने सरकार में आने के बाद बिजली कंपनियों पर शिकंजा कसने और बीआरटी कॉरीडोर रद्द करने की बात भी की है। गरीबों और कमजोर वर्गों के लोगों को राशन खरीदने के लिए कूपन देना भी भाजपा की प्राथमिकताओं में है।

भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार विजय कुमार मल्होत्रा, 8 दिसंबर को चुनावी नतीजे आने के बाद ही सरकार की प्राथमिकताओं का खुलासा करेंगे। इससे पहले उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान सरकार बनने के बाद पहले सौ दिन की प्राथमिकताओं का खुलासा किया था। उन्होंने बिजली कंपनियों के तेज भागते मीटरों को बदलने की घोषणा भी की थी। मल्होत्रा मुख्यमंत्री बने तो बिजली कंपनियों पर लगाम लगाई जाएगी यह बात भाजपा के अन्य नेता भी कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि बिजली वितरण व्यवस्था में अन्य कंपनियों को भी उतारा जा सकता है। भाजपा ने अवैध निर्माण को वैध घोषित करने का भी मन बनाया है।

सभी अवैध निर्माण करने वालों को एक बार आम माफी देना भाजपा की प्राथमिकता में है। पार्टी इस मसले पर पहले से ही आम माफी देने की मांग करती रही है। 22 महीने बाद होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी पर भी भाजपा ने पूरा ध्यान देने का ऐलान किया है। देरी से चल रही परियोजनाओं को समय पर पूरा कराने का दावा किया जा रहा है। पार्टी ने परियोजनाओं के साथ ही खिलाड़ियों और एथलीटों को प्रोत्साहन देने की बात भी कही है। भाजपा का जोर 12वीं कक्षा पास करने वाले छात्र-छात्राओं को कॉलेज, मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का अपने घोषणा पत्र में उल्लेख किया है। (नईदुनिया)

वेबदुनिया पर पढ़ें