समय के साथ

WDWD
आज मैं कल को लेकर

गया मिलने परसों से

वहाँ देखा बैठा है

तरसों नरसों से

हम सब ने हाथ मिलाए और

चल दिये मिलने बरसों से

बीच में महीनों के ढाबे पर खाना खाया

कुछ पूरणमासियों की रेड़ीयों पर चाय पी

थक गये तो सुबह के अस्तबल से

WDWD
सूर्योदय के घोड़े किराये पर लिए

जब बरसों के घर पहुँचे तो देखा

कि शतक भी आया हुआ है

सबने अपनी घड़ियाँ मिलाईं

और समय की बारात में शामिल हो गए

साभार : तद्भव