कुम्भ 2013 : औद्योगिक इकाइयां बंद करने के निर्देश

उत्तरप्रदेश सरकार ने अगले साल के शुरू में संगम नगरी इलाहाबाद में लगने वाले कुम्भ मेले में तीर्थयात्रियों को निर्मल गंगा जलधारा उपलब्ध कराने के लिए सभी प्रदूषणकारी औद्योगिक इकाइयों को हर हाल में बंद करने के निर्देश दिए हैं।

प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में प्रदूषणकारी उद्योगों का स्थलीय निरीक्षण करने के लिए समिति का गठन करके तीन दिन के अंदर प्रदूषणकारी औद्योगिक इकाइयों को किसी भी स्थिति में बंद कराना सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्गत आदेश के अनुपालन में प्रदूषणकारी इकाइयों बिजनौर की जैन डिस्टिलरी, मोहित पेट्रो कैम्प, अपर गंगा चीनी मील, मेरठ की नगलामल डिस्टिलरी, बरेली की सुपीरियर इंडस्ट्री तथा केसर इंटरप्राइजेज, शाहजहांपुर की यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड तथा उन्नाव की मस्तांग लेदर यूनिट को बंद करा दिया जाए।

उस्मानी ने कहा कि जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि अगर सम्बन्धित औद्योगिक इकाइयों के प्रशासन आदेशों का उल्लंघन करते हैं तो उनके मालिकों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराएं।

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उन्होंने जिलाधिकारियों को उद्योग प्रतिनिधियों के साथ बैठक करके कुम्भ स्नान पर्वों पर जल प्रदूषण रोकने के लिए अपना उद्योग स्वेच्छा से बंद रखने में सहयोग करें।

इस बीच, शासन ने सभी विशिष्ट अतिथियों तथा ऊंचे ओहदेदार महानुभवों से कुम्भ मेले में प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान इलाहाबाद के भ्रमण का कार्यक्रम स्थगित करने का अनुरोध किया है।

प्रदेश के प्रोटोकाल सचिव ने केन्द्र सरकार के मंत्रिमण्डलीय सचिव तथा सभी राज्यपालों के सुरक्षा महकमों समेत विभिन्न वीवीआईपी लोगों को भेजे परिपत्र में अनुरोध किया है कि कुम्भ मेले के प्रमुख स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ होने के कारण उन्हें समुचित सुविधा दिलाने में प्रशासन असमर्थ रहेगा, लिहाजा अगर उन तिथियों में उनका इलाहाबाद आने का कार्यक्रम है तो उसे स्थगित कर दें।

परिपत्र के अनुसार कुम्भ-2013 में 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 27 जनवरी को पौष पूर्णिमा, 10 फरवरी को मौनी अमावस्या, 15 फरवरी को बसंत पंचमी, 25 फरवरी को माघ पूर्णिमा तथा 10 मार्च को महाशिवरात्रि को प्रमुख स्नान पर्व होंगे। (भाषा)

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