अशांत ईरान, दस और मौतें

रविवार, 21 जून 2009 (22:13 IST)
देश में चुनाव के बाद हुई हिंसा में 10 और मौतें हुई हैं। प्रशासन ने पूर्व राष्ट्रपति हाशमी रफसंजानी की बेटी तथा उनके चार अन्य रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया है।

यह जानकारी ईरान के सरकारी मीडिया ने रविवार को दी। राजधानी में शनिवार हजारों प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प होने के बाद विपक्ष के नेता मीर हुसैन मूसावी ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी की अप्रत्याशित आलोचना की थी।

ईरान के ताजा हालात को 30 वर्ष पूर्व हुई इस्लामी क्रांति के बाद अब तक की बदतर अशांति माना जा रहा है। सरकारी टीवी ने कहा कि तेहरान में कल हुए संघर्ष और दंगे में 10 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए।

हालाँकि सरकारी मीडिया के देश के बाहर प्रसारित होने वाले अंग्रेजी टीवी ने मृतक संख्या 13 बताई और मृतकों को आतंकवादी करार दिया।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने आगाह किया है कि हताहतों की संख्या की पुष्टि करना काफी मुश्किल है। एमनेस्टी के ईरान के प्रमुख शोधकर्ता ड्रेवेरी डीक ने कहा कि इस माहौल ने पूरे हालात पर संकट के बादल निर्मित कर दिए हैं।

उन्होंने कहा मैं 10 वर्ष से इस देश पर नजर रखे हुए हूँ। मैंने पहले कभी भी ऐसा महसूस नहीं किया। प्रेस टीवी के मुताबिक रफसंजानी की बड़ी पुत्री फैजे हाशमी और उनके परिवार के चार अन्य सदस्यों को कल देर रात गिरफ्तार किया गया। अन्य चार के नामों का पता नहीं चल सका है।

75 वर्षीय रफसंजानी के राष्ट्रपति मेहमूद अहमदीनेजाद को नापसंद करने की बात जाहिर है। अहमदीनेजाद का गत 12 जून को दोबारा निर्वाचन हुआ है, लेकिन चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वी रहे मीर हुसैन मूसावी ने इसे विवादास्पद करार दिया है।

अहमदीनेजाद ने रफसंजानी और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया है। रफसंजानी अभी दो बड़े शक्तिशाली समूहों के प्रमुख हैं। इनमें से एक अत्यधिक महत्वपूर्ण एसेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स हैं। इसमें वरिष्ठ धर्मगुरु हैं, जो सर्वोच्च नेता को चुन सकते हैं और बर्खास्त कर सकते हैं।

दूसरा समूह एक्सपेडिएंसी काउंसिल है, जो संसद तथा अनिर्वाचित गार्डियन काउंसिल के बीच विवाद का निपटारा करता है। यह समूह किसी भी विधेयक को रोक भी सकता है।

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