गंभीर खतरों से जूझ रहा है पाक-हिलेरी

शुक्रवार, 6 मार्च 2009 (21:03 IST)
अमेरिका ने लाहौर हमलों को मुंबई हमले की बहुत भयावह प्रतिकृति करार देते हुए कहा कि पाकिस्तान बहुत ही गंभीर आंतरिक खतरों से जूझ रहा है।

अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने पाकिस्तान का यह आकलन किया। उनके इस आकलन से ब्रिटेन ने भी सहमति जताई।

ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड मिलीबैंड ने हिलेरी के आकलन से इत्तेफाक जताते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने आंतरिक दुश्मनों से घातक खतरे का सामना कर रहा है और वहाँ सुरक्षा बदतर होती जा रही है।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान को एक एकल सामरिक चिंता के रूप में देखा जाना चाहिए।

हिलेरी ने नाटो बैठक को संबोधित करते हुए कहा हमें इसे अवश्य ही मान्यता देना चाहिए कि दुनिया का एक नन्हा सा कोना-पाकिस्तान की सीमा-उन उग्रवादियों के लिए शक्ति केन्द्र बना हुआ है जिन्होंने 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमले,मैड्रिड और लंदन पर बम हमले, पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या और मुंबई में हाल के नरसंहार की साजिश रची थी।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने आगाह किया वे इस क्षण इसी तरह के हमलों की साजिश रच रहे हैं। हिलेरी ने कहा कि यह साफ है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच का सरहदी इलाका ढेर सारी आतंकवादी गतिविधियों का वास्तविक स्थल बना हुआ है।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा मैं मानती हूँ कि दोनों देश (पाकिस्तान और अफगानिस्तान) यह बात जानते हैं कि उनके खतरे साझे हैं और यहाँ तक कि उनके दुश्मन भी साझे हैं।

हिलेरी ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान में खतरों से निबटने के लिए क्षेत्रीय रुख अपनाए जाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अमेरिका सरकार तथा नाटो के अंदर बेहतर समन्वय होना जरूरी है।

वेबदुनिया पर पढ़ें