मिलिए, जापानी बोलने वाली मैना से...

दक्षिण पूर्व एशिया और विशेष रूप से भारत में मैना और तोतों में यह क्षमता पाई जाती है कि वे विभिन्न प्रकार की आवाजों की नकल कर सकते हैं। यह पक्षी आदमियों की तरह सीटी भी बजा सकता है और आदमी की आवाज की आश्चर्यजनक सजीवता के साथ नकल कर सकता है, लेकिन यह पहला मामला है, जब किसी पक्षी को जापानी में बातचीत करने में पारंगत पाया गया हो।
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भारत में आमतौर पर पाई जाने वाली एक मैना जापान में बहुत प्रसिद्ध है। डेली मेल ऑनलाइन में जोनाथन ओ' कालाघन की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर कोई आप से पूछे कि क्या पक्ष‍ी अंग्रेजी के अलावा और किसी भाषा में बात कर सकते हैं तो आप बेहिचक जवाब दे सकते हैं, हां।

भारत में ऐसे बहुत से तोते होंगे जो कि हिंदी समेत कई भाषाओं में बोलने की क्षमता रखते हैं। एक वीडियो में इस मैना को दिखाया गया है जो कि जापानी में सवालों के जवाब देने में सक्षम है। इसका नाम आवे चान है और यह पहला मौका है जब कोई पक्षी इंटरनेट सनसनी बन गया हो। इस वीडियो को जापान के सातोको ओनो ने अपलोड किया है, जो इस पक्षी के मालिक हैं।

इस वीडियो में पक्षी को फोन कॉल का जवाब देते दिखाया गया है। ओनो उसके साथ बातचीत करते हैं और इस बातचीत में मैना भाषा पर अपनी पकड़ और अन्य खूबियों को दर्शा रही है।

अगले पेज पर देखें पक्षी से बातचीत...


पक्ष‍ी : उम हेलो, यह ओनो परिवार है।
(फोन कॉल)
पक्ष‍ी : क्या गड़बड़ है?
मालिक : आवे चान, तुम तनिक जल्दबाजी में रहती हो। एक बार जब अच्छी तरह से फोन पकड़ लिया जाए तभी ढंग से 'हेलो' कहा करो।
पक्ष‍ी : ओके, समझ गई।
मालिक : क्या तुम वास्तव में समझती हो? मैं तुम पर भरोसा कर रहा हूं। 'हेलो', यह गीफू में ओनो परिवार का आवास है।'
पक्षी : ओके, मैं समझती हूं।
मालिक : समझ गई।

पक्षियों को लेकर दुर्घटनाएं भी हुईं... अगले पेज पर वीडियो भी देखें....


इस वेबसाइट पर ओनो का कहना है कि अतीत में इस पक्षी को लेकर कुछेक दुर्घटनाएं हुई हैं। एक बार आवे चान खिड़की से भाग गई और ओनो उसका नाम लेकर अपने रिहायशी क्षेत्र में चक्कर लगाते रहे। इस विशेष पक्षी को आम पहाड़ी मैना के तौर पर जाना जाता है। इस पक्ष‍ी के पंख काले रंग के होते हैं, चोंच हरे रंग की होती है और इसके सिर पर पीले रंग के चिन्ह पाए जाते हैं। आमतौर पर यह पक्षी लम्बाई में 12 इंच (30 सेमी) तक लम्बा होता है।

इस पक्ष‍ी की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह ‍‍‍व‍िभिन्न तरह की आवाजों को हूबहू निकालने में महारत रखता है। सुबह और शाम के समय यह सबसे ज्यादा वाचाल होता है और सीटी बजाने तथा चिल्लाने तक का काम कर सकती है। यह मनुष्यों की आवाजों की बड़ी सफाई के साथ नकल कर सकता है, लेकिन किसी पक्षी को जापानी में बात करते देखना और सुनना निश्चित तौर एक दुर्लभ घटना है। (चित्र और वीडियो सौजन्य : यूट्‍यूब)

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