90 सेकंड में नहीं मारा गया था ओसामा

मंगलवार, 8 नवंबर 2011 (13:29 IST)
पाकिस्तान में चलाए गए अमेरिकी अभियान के 90 सेकंड के भीतर ओसामा बिन लादेन की हत्या संबंधी देश के एक पूर्व कमांडो के दावे को अमेरिका ने खारिज कर दिया।

अमेरिका रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता जॉर्ज लिटल ने कहा कि ये तथ्य गलत हैं। दोनों हेलीकॉप्टरों में से कोई भी ऐबटाबाद स्थित परिसर की छत पर नहीं उतरा था। दीवारों को पार करने में 90 सेकंड से ज्यादा का समय लगा और ओसामा को ढूंढकर उसे मारने में और कई मिनट लगे।

गौरलतब है कि चक फरेर नामक के एक पूर्व नेवी सील ने अपनी किताब 'सील टारगेट जेरेनिमो: द इनसाइड स्टोरी ऑफ द मिशन टू किल ओसामा बिन लादेन' में लिखा है कि ओसामा को मारने में महज 90 सेकंड का समय लगा था।

दो मई को ऐबटाबाद में अमेरिकी हमले में लादेन के मारे जाने के घटनाक्रम का सिलसिलेवार ब्यौरा देने वाली यह किताब लादेन को मारने वाली सील्स टीम के सदस्यों, अमेरिकी सेना और ओबामा प्रशासन के अधिकारियों के साक्षात्कार और उनसे की गई बातचीत पर आधारित है।

ओबामा खेल रहे थे गोल्फ : दावा किया गया है कि पाकिस्तान में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को पकड़ने के लिए चलाए गए अभियान से कुछ ही मिनट पहले तक अमेरिकी राष्ट्रपति गोल्फ खेल रहे थे। ओबामा गोल्फ इसलिए खेल रहे थे ताकि अभियान नाकाम होने की स्थिति में वह खुद को इससे अलग कर सकें।

आईएसआई जानती थी लादेन का ठिकाना : किताब के अनुसार आईएसआई के अधिकारियों को न केवल ऐबटाबाद में रह रहे ओसामा बिन लादेन के ठिकाने की जानकारी थी बल्कि उसने तत्कालीन अलकायदा प्रमुख के सहायक और अब इस आतंकी संगठन के शीर्ष नेता अयमन अल जवाहिरी को पूर्ण सुरक्षा और रहने के लिए सुरक्षित ठिकाने भी मुहैया कराए थे।

लादेन का सुराग जवाहिरी से मिला : अलकायदा में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाला अयमन अल जवाहिरी संगठन का मुखिया बनने को बेताब था और उसने बार-बार अपने एक संदेशवाहक अबू अहमद अल कुवैती को ऐबटाबाद में छिपे ओसामा बिन लादेन के पास भेजा। सूचनाओं के आधार पर निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि ऐबटाबाद स्थित लादेन के परिसर की जानकारी अमेरिका को जवाहिरी की गतिविधियों से ही मिली थी। (भाषा)

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