इंडियन प्रीमियर लीग में बुधवार को मुंबई इंडियन्स की लगातार 6 जीतों पर विराम लगाते हुए किंग्स इलेवन ने 1 रन की सनसनीखेज जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में पहुँचने का पु्ख्ता इंतजाम कर लिया है।
टूर्नामेंट में अब तक 15 विकेट लेने वाले किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाज श्रीसंथ को 'परपल कैप' प्रदान की गई। किंग्स के सलामी बल्लेबाज शान मार्श ने 81 रनों की पारी खेली और 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार प्राप्त किया।
किंग्स इलेवन पंजाब ने 11 मैचों में 8 मैच जीते और 3 मैच हारकर कुल 16 अंक अर्जित किए हैं, जबकि मुंबई ने 11 मैचों में से 6 में जीत दर्ज कर कुल 12 अंक प्राप्त किए।
मेजबान मुंबई ने टॉस जीतकर किंग्स इलेवन को बल्लेबाजी का न्योता दिया। किंग्स ने 20 ओवर में 4 विकेट पर 189 रन बनाए। जवाब में मुंबई की टीम 20 ओवर में 188 रन ही बना सकी। उसका अंतिम विकेट येलीगति (रन आउट) के रूप में आखिरी गेंद पर गिरा।
यह मैच रोमांच के कितने चरम पर पहुँचा होगा इसका अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि मुंबई को अंतिम 7 गेंदों में जीत के लिए 19 रनों की दरकार थी और उसके तीन विकेट आउट होना शेष थे। पूरा स्टेडियम साँस थामे मैदान पर नजरें गढ़ाए हुए था।
अंतिम ओवर के साथ ही मैच के नाटक से परदा उठता चला गया। देखते ही देखते तीनों विकेट चिटनिस (15), आशीष नेहरा (0) और येलीगति (2) रन आउट हो गए और इस तरह मुंबई अपने ही घर में 1 रन से हार गया। मेजबान टीम को हार जरूर मिली लेकिन क्रिकेट का रोमांच जीत गया।
इससे पहले शानदार फॉर्म में चले ऑस्ट्रेलियाई शान मार्श ने शुरू में जीवनदान मिलने का पूरा फायदा उठाते हुए 81 रन की पारी खेली तथा अपने हमवतन ल्यूक पामर्शबक के साथ शतकीय भागीदारी कर किंग्स इलेवन पंजाब को चार विकेट पर 189 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुँचाया।
मार्श जब छह रन पर थे, शान पोलाक की गेंद पर रॉबिन उथप्पा ने गली में उनका कैच छोड़ दिया। फिर 56 गेंद का सामना कर सात चौके और चार छक्के जड़े। इस तरह टूर्नामेंट के अपने सातवें मैच में पाँचवाँ अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने बाएँ हाथ के पामर्शबक (नाबाद 79) के साथ दूसरे विकेट के लिए 86 गेंद पर 133 रन की साझेदारी की।
किंग्स इलेवन पंजाब को शुरू में झटका लगा, जब जेम्स होप्स ने पोलाक की आउट स्विंगर पर विकेटकीपर पिनाल शाह को कैच थमा दिया, लेकिन मार्श ने सतर्कता बरतते हुए पोलाक के आक्रमण से हटने के बाद पुल कट और ड्राइव से काफी रन बटोरे।
शुरू में मार्श पर पामर्शबक हावी रहे। वे छह रन पर थे, जब उथप्पा ने ड्राइव लगाने के बावजूद उनका कैच छोड़ दिया। मुंबई के लिए यह काफी महँगा साबित हुआ तथा गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव के बाद मार्श पूरी तरह हावी हो गए।
पामर्शबक को रन आउट की एक अपील पर तीसरे अंपायर सुरेश शास्त्री ने संदेह का लाभ दिया। तब वे 17 रन पर थे और टीम का स्कोर एक विकेट पर 66 रन था। उन्होंने 50 गेंद का सामना किया तथा अपनी नाबाद पारी में दस चौके और तीन छक्के जड़े।
मार्श ने आक्रामक रुख अपनाए रखा और उन्होंने अपने अधिकतर छक्के गेंदबाज के सिर के ऊपर से लगाए। उन्होंने पाँचवीं बार गेंद को सीमा रेखा के पार भेजने के प्रयास में डीप मिडविकेट पर पोलाक को कैच थमाया। युवा ऑफ स्पिनर सिद्वार्थ चिटनिस ने कप्तान युवराजसिंह को आउट किया, जिससे किंग्स इलेवन पंजाब पहले 15 ओवर में दो विकेट पर 134 रन के बावजूद आगे तेजी से रन नहीं जुटा पाया।
सचिन तेंडुलकर का हालाँकि पोलाक की बजाय आशीष नेहरा को अंतिम ओवर सौंपना सही साबित नहीं हुआ औऱ पामर्शबक ने लगातार गेंद पर दो चौके और छक्का जड़कर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुँचा दिया था।