रोहित शर्मा और रविंद्र जड़ेजा आखिरी बार टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं

WD Sports Desk

सोमवार, 6 जनवरी 2025 (15:57 IST)
किसी भी टेस्ट दौरे पर ड्रॉप होने वाले पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और शीर्ष ऑलराउंडरों में से एक रविंद्र जड़ेजा अपना अंतिम टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के सिडनी मैदान पर खेल चुके हैं।

या तो दो संन्यास की खबरें भारतीय फैंस को जल्द ही मिलने वाली है। या तो फिर आज से 6 महीने बाद इंग्लैंड दौरे के लिए यह दोनों खिलाड़ी दरकिनार होने वाले हैं।अगले डब्ल्यूटीसी चक्र में उसका अभियान इंग्लैंड दौरे पर पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला से शुरू होगा। इसका आगाज 20 जून से होगा।

न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 की हार के बाद बोर्ड ने मन बना लिया था कि अगर भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहता है तो  रोहित शर्मा, विराट कोहली, रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन में से कम से कम दो खिलाड़ियों को लाल गेंद की क्रिकेट से बाहर कर देगा।

रविचंद्रन अश्विन बोर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के बीच से ही संन्यास की घोषणा कर स्वदेश लौट गए। वहीं रोहित शर्मा को जिस तरह से अंतिम टेस्ट में टीम से बाहर किया गया। ना ही कोच और ना ही चयन समिति उनको दुबारा मौका देने वाली है।अगर गौतम गंभीर पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 की हार की गाज गिर भी गई और वह लाल गेंद में कोच के पद से हट भी गए तो नया कोच शायद ही रोहित को मौका देकर अपने लिए मुसीबत मोल लेगा।

रोहित शर्मा ने बांग्लादेश न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेली गई टेस्ट सीरीज में सिर्फ 1 बार पचासा जड़ा है। वहीं ऑस्ट्रेलिया में 3 टेस्ट की 6 पारियों में वह 6 की औसत से 31 रन बना पाए थे।रविंद्र जड़ेजा हाल फिलहाल 405 अंको के साथ टेस्ट के बेस्ट ऑलराउंडर है। पहली रैंक पर काबिज रविंद्र जड़ेजा का करियर यहां से खत्म भी होता है तो उन्हें संतोष रहेगा।

77 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया के लिए गाबा का टेस्ट ड्रॉ कराने वाले जड़ेजा ने मेलबर्न की पहली पारी में 3 विकेट भी लिए। लेकिन उनकी असली उपयोगिता घरेलू दौरों पर होती है और अब वह कभी गेंद तो कभी बल्ले से फेल होना शुरु हो गए हैं। इस साल जड़ेजा 37 की उम्र के हो जाएंगे और वह अगले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में टीम की योजनाओं में संभवत शामिल नहीं होंगे।

जहां तक बात विराट कोहली की है तो वह कम से कम इंग्लैंड का दौरा तो जरूर खेलने वाले हैं क्योंकि वह खुद लंदन में रह रहे हैं। टीम इंडिया को उनके खराब फॉर्म के बाद भी टेस्ट टीम में उनकी दरकार रहेगी। 1 पारी भी उन्होंने अपने नए शहर में खेल दी तो गिरी हुई टीम का मनोबल ऊपर हो जाएगा। वहीं विराट कोहली को बाहर करना पतलब, व्यूअरशिप और स्टेडियम में टिकटों की बिक्री कम होना है।

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