कार की होड़ से पर्यावरण पर असर

मंगलवार, 10 मई 2011 (15:36 IST)
टाटा ने नैनो कार पेश कर सस्ती कार बनाने की पहल की थी, लेकिन इससे कम कीमत वाली कारें बनाने के लिए भारतीय कार निर्माता कंपनियों के बीच मची होड़ से भविष्य में प्रदूषण, सड़क पर भीड़-भाड़, ग्लोबल वॉर्मिंग और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में बढ़ोतरी होगी।

भारतीय वन सेवा के पूर्व अधिकारी मदन मोहन पंत ने एक नई किताब ‘ट्री इंक्रेडिबल : लाइफ सस्टेनिंग लाइव्स’ में कहा है ‘भारतीय सांसदों, नौकरशाहों और कॉरपोरेट घरानों में तीव्र विकास और अधिक धन का लालच बढ़ने के कारण वे अदूरदर्शितापूर्ण आचरण कर रहे हैं। ऐसा करके वह पर्यावरण क्षरण के सभी चेतावनी संकेतों की अनदेखी कर रहे हैं।’

इस किताब में कहा गया है ‘टाटा मोटर्स को विश्व की सबसे सस्ती एक लाख रुपए मूल्य की नैनो कार बनाने का गौरव प्राप्त है। इसके बाद से सस्ती कारें बनाने के लिए एक प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है। इससे परंपरागत ईंधनों, सड़कों और मुलभूत सुविधाओं की मांग में वृद्धि होने से आगे पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न होंगी।’ इसके साथ ही इस किताब में पेड़ों के संबंध में काफी दिलचस्प जानकारी मुहैया कराई गई है। (भाषा)

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