शिक्षा नीति में सभी भागीदारों की राय शामिल करेगा सीबीएसई

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नई दिल्ली, शिक्षा में सुधार की सरकार की योजना को अमलीजामा पहनाने और नीतियों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया के तहत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) शिक्षा के सभी भागीदारों छात्र, अभिभावक, शिक्षक, प्राचार्य आदि की राय को शामिल करेगी।

सीबीएसई ने इस कवायद के तहत छात्र, अभिभावक, शिक्षक, प्राचार्य आदि के बोर्ड के अध्यक्ष विनीत जोशी से इंटरनेट के माध्यम से सीधे संवाद स्थापित करने की व्यवस्था की है। इसके तहत सीबीएसई की वेबसाइट पर ‘इंटरैक्ट विद चेयरमैन’ खंड स्थापित किया गया है।

सीबीएसई के अध्यक्ष विनीत जोशी ने ‘भाषा’ से कहा ‘मुझे प्रतिदिन सौ से अधिक ई-मेल प्राप्त हो रहे हैं, जिसमें कई तरह के प्रश्न और बोर्ड के प्रयासों पर छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों, प्राचार्यो आदि की राय होती है।’ उन्होंने कहा कि नई प्रणाली को अमलीजामा पहनाते समय सभी रचनात्मक विचारों को शामिल किया जाएगा।

‘इंटरैक्ट विद चेयरमैन’ खंड के तहत छात्र, अभिभावक, शिक्षक, प्राचार्य समेत शिक्षा के अन्य पक्ष 10वीं बोर्ड, 9वीं एवं दसवीं ग्रेडिंग प्रणाली, स्कूलों की संबद्धता से जुड़े प्रश्न पूछे जा सकते हैं।

इंटरैक्ट विद चेयरमैन खंड के तहत 5,000 शब्दों में राय या प्रश्न पूछे जा सकते हैं । इसके अलावा कुछ अन्य टेक्स्ट दस्तावेर्जं भी संलग्न किये जा सकते हैं। सीबीएसई के अध्यक्ष को पूछ गए प्रश्नों में मुख्य रूप से संशोधित पाठ्यक्रम, हाट्स, प्रैकि्टकल पेपर, नमूना पत्र, प्रोजेक्ट वर्क, ग्रेडिंग से जुड़े प्रश्न शामिल हैं। सीबीएसई के अध्यक्ष से पाठ्यक्रम से व्यापक होने और एनसीईआरटी की पुस्तकों के बारे में भी पूछा गया है। अध्यक्ष से यह भी पूछा गया है कि अगले वर्ष की पढ़ाई के लिए किन पुस्तकों से पढ़ाई की जाए।

उल्लेखनीय है कि सीबीएसई ग्रेडिंग प्रणाली लागू करने के साथ ही 10वीं बोर्ड को वैकल्पिक बनाने और सतत समग्र मूल्यांकन पर अमल कर रही है। ग्रेडिंग प्रणाली के तहत 91 से 100 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को ए1 ग्रेड और 10 पर्सेंटाइल , 81 से 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वालों को ए 2 ग्रेड एवं 9 पर्सेंटाइल, 71 से 80 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले बी1 ग्रेड और 8 पर्सेटाइल, 61 से 70 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले बी2 ग्रेड एवं 7 पर्सेंटाइल प्रदान किया जायेगा।

परीक्षा में 51 से 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले सी1 ग्रेड एवं 6 पर्सेंटाइल, 41 से 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले सी2 ग्रेड एवं 5 पर्सेंटाइल, 33 से 39 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले डी ग्रेड एवं 4 पर्सेटाइल, 21 से 32 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्र को ई1 ग्रेड और 20 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त करने वालों छात्रों को ई2 ग्रेड (असंतोषजनक) प्रदान किया जायेगा।

सीबीएसई के अधिकारी ने कहा कि बोर्ड पहले स्कूलों की निचली कक्षाओं में चरणबद्ध तरीके से ग्रेडिंग को आजमा चुकी है और अब 9वीं एवं 10वीं कक्षा में ग्रेडिंग प्रणाली लागू करने के कापी पायदे होंगे।

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