आईपीएल आयुक्त ललित मोदी ने कोच्चि फ्रेंचाइजी के मालिकाना हक को लेकर चल रहे विवाद का हल निकलने का भरोसा जताते हुए कहा कि उनके टीम के मालिकों या विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर से कोई भी व्यक्तिगत मतभेद नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि यह मोदी बनाम थरूर विवाद नहीं है। न ही यह भाजपा बनाम कांग्रेस या फिर किसी अन्य राजनीतिक पार्टी या राजनेता का विवाद है। मोदी ने कहा कि मेरी प्राथमिकता क्रिकेट है और हम जल्द से जल्द इस पूरे मामले को निपटा लेंगे।
मोदी यहाँ बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर की जगह आईसीसी बैठक में शिरकत करने पहुँचे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोच्चि विवाद निपटा लिया जाएगा। मुझे पूरा भरोसा है कि कोच्चि टीम खेलेगी और आईपीएल की सफलता में योगदान देगी।
उन्होंने कहा कि वह कोच्चि टीम से संबंधित सारे मुद्दों पर आईपीएल संचालन परिषद में चर्चा करेंगे, जिसकी जल्द ही बैठक होनी है। ऐसा माना जा रहा है कि कोच्चि टीम के नये अध्यक्ष हर्षद मेहता ने आज सुबह मोदी से मुलाकात की। हालाँकि दोनों के बीच हुई बैठक की जानकारी उपलब्ध नहीं है।
मोदी ने कहा कि उनका सारा ध्यान आईपीएल को प्रोमोट करना है, जिसे सभी टीमों और बीसीसीआई ने मिलकर बनाया है और ये सभी इसकी सफलता के लिएकाम कर रहे हैं।
उनके और थरूर के बीच मंत्री की दोस्त सुनंदा पुष्कर की 'स्वैट इक्विटी' तथा अन्य मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कुछ भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया और कहा कि सबकुछ ठीक हो जाएगा।
शशांक मनोहर से मतभेद नहीं : इंडियन प्रीमियर लीग के अध्यक्ष ललित मोदी खुद पर शिकंजा कसने की अटकलों के बीच बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर की जगह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की बैठक में भाग लेने यहाँ पहुँचे हुए हैं।
मोदी बैठक में भाग लेने के लिए दुबई पहँचे, जिसमें आईसीसी उपाध्यक्ष शरद पवार और आईसीसी की प्रधान सलाहकार आई एस बिंद्रा भी शिरकत करेंगे।
मोदी से जब इस रिपोर्ट पर टिप्पणी करने के लिएपूछा गया कि आईपीएल में उनकी भूमिका से मनोहर नाखुश हैं तो उन्होंने कहा कि मेरे शशांक मनोहर से कोई मतभेद नहीं हैं और मुझे उनकी जगह आईसीसी बैठक में भाग लेने के लिएकहा गया।
आईसीसी के एजेंडे में आईसीसी उपाध्यक्ष नामांकन, 2012 से 2020 तक का नया भविष्य दौरा कार्यक्रम और 2012 अंडर 19 विश्व कप मुख्य होंगे। (भाषा)