द्रविड़ को सिरीज नहीं जीतने का अफसोस

रविवार, 9 सितम्बर 2007 (22:37 IST)
भारत के कप्तान राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ सात एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की सिरीज में अपनी टीम की 3-4 से हार पर अफसोस जाहिर किया है।

द्रविड़ ने शनिवार को यहाँ लॉर्ड्स में आखिरी मैच में भारत की सात विकेट से हार के बाद कहा कि मुझे थोड़ी निराशा हुई है, लेकिन इंग्लैंड के खिलाड़ियों को इस जीत का पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए।

भारत सिरीज में एक समय 1-3 से पिछड़ गया था, लेकिन बाद के दो मैच जीत उसने आखिरी मुकाबले से पहले सिरीज में 3-3 से बराबरी कर ली थी।

द्रविड़ ने कहा कि पिछले हफ्ते हमने सिरीज में जोरदार वापसी की थी। अगर हम आखिरी मैच जीत लेते, तो यह एक शानदार एक दिवसीय सीजन का खूबसूरत अंत होता। भारत ने इस साल इससे पहले अपनी सभी एक दिवसीय सिरीज जीतने में कामयाबी हासिल की थी।

भारतीय कप्तान ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाड़ी हमसे बेहतर खेले, मगर 3-4 के परिणाम से ही जाहिर है कि सिरीज में मुकाबला काँटे का था। उन्होंने कहा कि आखिरी मैच में हमने जो 187 रन का योग बनाया वह पर्याप्त नहीं था। यदि हमारे पास कुछ और रन होते, तो हम अपने स्पिनरों से किसी करिश्मे की उम्मीद कर सकते थे।

उन्होंने कहा कि आपके पास इतना छोटा योग हो तो आक्रामक क्षेत्ररक्षण के साथ हमलावर गेंदबाजी की जरूरत होती है। तीन विकेट 70 रन पर गिरा देने के बावजूद हमें विकेटों की बहुत जरूरत थी।

द्रविड ने सिरीज में अंपायरिंग के स्तर के बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में अपने विचार सिरीज के अंत में कप्तानों द्वारा भरी जाने वाली अंपायर्स रिपोर्ट में लिखेंगे।

आखिरी मैच में द्रविड़ और सचिन तेंडुलकर को विकेट के पीछे कैच करार देने के अंपायर अलीम डार के फैसले की काफी आलोचना हुई है। ये दोनों खिलाड़ी अंपायर की अँगुली उठने के बाद भी हैरानी में कुछ देर पिच पर खड़े रहे।

भारतीय टीम के प्रशासनिक मैनेजर राजीव शुक्ला ने कहा है कि भारत इस सिरीज में अंपायरिंग के खराब स्तर के बारे में अंतरारष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से शिकायत करेगा।

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