पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को मुंबई के खिलाफ शानदार दोहरा शतक (214) बनाकर फॉर्म में वापसी करते हुए रणजी ट्राफी एलीट डिवीजन ग्रुप ए के मैच में मुंबई को हावी नहीं होने दिया और मैच अनिर्णित समाप्त हुआ।
कर्नाटक पहली पारी में 195 रनों पर आउट हो गई थी और उस पर मैच बचाने का दबाव था। द्रविड़ ने अपनी अदम्य पारी की (214) बदौलत मुंबई की सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। द्रविड़ ने न केवल दोहरा शतक ठोंका बल्कि मुंबई को मैच में पकड़ बनाने से भी वंचित कर दिया।
द्रविड़ ने बेहतरीन दोहरा शतक लगाकर अपने खिलाफ उठ रही आवाजों को खामोश कर दिया। द्रविड़ ने चार दिवसीय मुकाबले के चौथे दिन केबी पवन (80) के साथ दूसरे विकेट के लिए 158 रनों की साझेदारी कर टीम को संकट से उबार लिया। कर्नाटक पहली पारी में मुंबई से 142 रन पीछे चल रहा था, लेकिन द्रविड़ की शानदार पारी की बदौलत उसने मुंबई दबाव बना दिया।
द्रविड़ ने अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए 21 चौकों और पाँच गगनभेदी छक्कों की मदद से 214 रन बनाए। द्रविड़ ने काफी विश्वास के साथ बल्लेबाजी की और मुंबई के सभी गेंदबाज उनके सामने बेबस नजर आए।
लंच के बाद द्रविड़ और भी आक्रामक रूप में आ गए और देखते ही देखते ही उन्होंने अपना दोहरा शतक पूरा कर लिया। द्रविड़ ने अपनी 214 रनों की मैराथन पारी में 21 बार गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा और पाँच गगनभेदी छक्के भी लगाए। 214 रनों के निजी योग पर द्रविड़ अब्दुल्लाह का शिकार बने।
द्रविड़ के आउट होने के बाद कर्नाटक ने अपनी दूसरी पारी 397/6 के स्कोर पर घोषित कर दी। चौथे और अंतिम दिन का खेल खत्म होने पर मुंबई का स्कोर दो विकेट पर 70 रन था। इस तरह मुंबई-कर्नाटक के बीच यह चार दिवसीय मैच बिना किसी नतीजे के समाप्त हुआ।