ट्वेंटी-20 विश्व कप में खिताब की दौड़ से बाहर होने के बाद भारतीय टीम अब सुपर-8 चरण के अपने आखिरी मैच में मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सम्मान बचाने के लिए खेलेगी।
इंग्लैंड के हाथों तीन रन से हार के बाद न सिर्फ भारत का खिताब बरकरार रखने का सपना टूटा बल्कि कप्तान के तौर पर महेंद्रसिंह धोनी की कामयाबी की दास्तान पर भी विराम लग गया।
कुछ दिन पहले तक धोनी का हर दाँव सटीक बैठ रहा था, लेकिन अब भारत के खराब प्रदर्शन का ठीकरा उन पर फूटा है। उनकी रणनीतियों पर सवाल उठने लगे हैं।
धोनी ने टीम के प्रदर्शन के लिए देशवासियों से माफी माँगी है और अब टूर्नामेंट से विदा होने से पहले उनका लक्ष्य अच्छी जीत दर्ज करना होगा।
वैसे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह काम आसान नहीं लग रहा। अब तक अपराजेय दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में पहुँच ही चुका है और अब वह जीत का सिलसिला बरकरार रखते हुए आगे बढना चाहेगा।
ग्रीम स्मिथ की टीम का इरादा भारतीय टीम से बदला लेने का भी होगा, जिसने 2007 टी-20 विश्व कप में बेहतर रन औसत के आधार पर उसे टूर्नामेंट से बाहर किया था।