हरभजनसिंह की तीन मैच के प्रतिबंध के खिलाफ की गई अपील की सुनवाई के लिए नियुक्त आयुक्त न्यायमूर्ति जॉन हेन्सन कल इस मामले के तौर तरीके तय करेंगे।
आईसीसी की अनुसार न्यायमूर्ति हेन्सन कल सुबह एडिलेड ओवल में मीडियाकर्मियों से बात करके उन्हें इस मामले की प्रक्रिया के बारे में बताएँगे। वह हालाँकि इस संवाददाता सम्मेलन में किसी सवाल का जवाब नहीं देंगे। इस मामले की सुनवाई मंगलवार और बुधवार को होगी।
न्यायमूर्ति हेन्सन हाईकोर्ट के जज हैं और न्यूजीलैंड क्रिकेट की तरफ से उन्हें आईसीसी आचार संहिता आयोग में नियुक्त किया गया है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले गये दूसरे टेस्ट मैच के दौरान मैच रेफरी माइक प्राक्टर ने हरभजन को ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी करने का दोषी पाया था।
हरभजन के खिलाफ यह आरोप ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग की शिकायत पर मैदानी अंपायर स्टीव बकनर और मार्क हेन्सन ने लगाए थे। हरभजन ने खुद को निर्दोष ताया था, लेकिन प्रॉक्टर ने इस भारतीय स्पिनर पर तीन टेस्ट मैच का प्रतिबंध लगा दिया था।
हरभजन ने इसके खिलाफ आईसीसी में अपील की थी जिसने इस मामले की सुनवाई के लिए न्यूजीलैंड के हाईकोट जज हेन्सन को अपीली आयुक्त नियुक्त किया।
आईसीसी के बयान के अनुसार आईसीसी आचार संहिता के प्रावधानों के तहत न्यायमूर्ति हेन्सन के पास पिछली सुनवाई के फैसले (तीन मैच के प्रतिबंध) को बढ़ाने कम करने संशोधन करने या फिर अपना स्वयं का फैसला देने का अधिकार है और उनका फैसला अंतिम होगा और उसे चुनौती नहीं दी जा सकेगी।
न्यायमूर्ति हेन्सन जब अपने फैसले पर पहुँच जाएँगे तो उन्हें इसे लिखित में वरिष्ठ वकील और कंपनी सचिव उर्वशी नायडू को सौंपना होगा जो इसे हरभजन प्रॉक्टर और आईसीसी मुख्य कार्यकारी मैलकम स्पीड के पास भेजेगी। इसी के बाद यह फैसला सार्वजनिक किया जाएगा।