इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) से जुड़कर अनुबंध करने वाले प्रत्येक भारतीय खिलाड़ियों को प्रति वर्ष 30 लाख रुपये देने की पेशकश की गई है, जो रणजी ट्रॉफी के एक सत्र में होने वाली कमाई से लगभग छह गुना अधिक है।
बीसीसीआई ने आईसीएल को मान्यता देने से इन्कार कर दिया था। उसने कहा है कि जो भी खिलाड़ी आईसीएल से जुड़ेगा वह बोर्ड से मिलने वाला लाभ लेने का हकदार नहीं होगा।
लेकिन कपिल देव ने कहा कि आईसीएल खिलाड़ियों की राह में रोड़ा नहीं बनेगा और उससे जुड़े खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। मैं अंतिम सांस तक खिलाड़ियों का साथ दूँगा।
आईसीएल के बिजनेस प्रमुख हिमांशु मोदी ने कहा कि आयोजकों को दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर निकी बोए को लेकर कोई परेशानी नहीं होगी, जिनसे 2000 के मैच फिक्सिंग मामले में दिल्ली पुलिस को पूछताछ करनी है।
उन्होंने कहा बोए ने तीन साल का अनुबंध किया है। हमें आशा है कि वह भारत आएँगे।