बातें अनुशासन की

1. तीन साल तक के बच्चों का आमतौर पर किसी भी बात पर जवाब होता है 'ना।' जैसे अगर आप उनसे पूछते हैं 'दूध पियोगे?' तो उनका जवाब है 'नहीं।' अतः इस उम्र के बच्चे से आपको कहना चाहिए 'चलो अब दूध पी लो।'

2. उम्र के साथ बच्चों का स्वभाव और व्यवहार बदलता है और साथ ही उनको अनुशासित करने का तरीका भी। उदाहरण के लिए 15 महीने का बच्चा अपने खिलौने को कभी छोड़ना नहीं चाहता। अतः खाने की टेबल पर भी आप उसे खिलौने के साथ बैठने दें। खिलौने को पास पा कर वह संतुष्ट होकर खाना खाएगा।

3. दो साल के बच्चे थोड़ा समझदार हो जाते हैं। वो अपनी गुड़िया के गार्जियन बन जाते हैं। सोने का समय हो रहा है और वो खेलने में लगी है। ऐसे में आप उसे गुड़िया को साथ में सुलाने का ऑफर दे सकते हैं।

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