अफगानों पर भी तुलसी-शाहरुख का जादू

गुरुवार, 5 जुलाई 2007 (11:56 IST)
सुपर स्टार शाहरुख खान और 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की तुलसी का जादू सिर्फ भारत में ही नहीं चलता, बल्कि युद्ध से तबाह हुए अफगानिस्तान में भी उनका जादू सिर चढ़कर बोलता है।

यही नहीं, इस धारावाहिक को यहां अरबी और अन्य प्रमुख भाषाओं में अनुवाद कर भी दिखाया जाता है।
अफगानिस्तान के हालात का जायजा लेने पिछले महीने वहाँ गए भारतीय दल ने यह जानकारी दी। यह दल 29 मई से 17 जून तक वहाँ रहा। सदस्यों ने अफगानिस्तान के कई प्रांतों के बहुत से शहरों का दौरा किया।

दल की सदस्य इंस्टिट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की एसोसिएट फैलो शांति मेरिएट डिसूजा ने बताया कि अफगान बहुत नरम दिल होते हैं और भारत का सम्मान करते हैं। यही नहीं, हमारी फिल्में और धारावाहिकों का नशा इन पर सिर चढ़कर बोलता है।

उन्होंने बताया कि भारत के सुपर स्टार शाहरुख अफगानों के सबसे चहेते हैं। उनकी फिल्में वहाँ की भाषाओं में डब करके देखी जाती हैं, लेकिन नायिकाओं के मामले में फिल्मी अभिनेत्रियाँ छोटे परदे से मात खा गईं। यहाँ की सबसे लोकप्रिय नायिका तुलसी यानी स्मृति ईरानी हैं।

शांति ने बताया कि भारतीय भोजन और कपड़े भी यहाँ पसंद किए जाते हैं, लेकिन कपड़ों के मामले में अफगान लोग ईरान को ज्यादा तवज्जो देते हैं।

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