मोदी सरकार ने जातीय जनगणना करने का फैसला किया है। इसके बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम जातीय जनगणना के फैसले की तारीफ करते हैं। हमारा सरकार को समर्थन है। पहले सरकार ने हमारी मांग का विरोध किया था। राहुल गांधी ने कहा कि हमने संसद में कहा था कि जातीय जनगणना करवाकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमें तारीख बताए कि जातीय जनगणना कब होगी। उन्होंने कहा कि हम समय-सीमा जानना चाहते हैं।
कांग्रेस ने कहा देर आए, दुरुस्त आए
कांग्रेस ने अगली जनगणना में जातिगत गणना कराए जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर बुधवार को कहा कि देर आए, दुरुस्त आए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बीते नौ अप्रैल को कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन में पारित उस प्रस्ताव का हवाला दिया कि जिसमें जाति जनगणना की पैरवी करते हुए कहा गया था कि सामाजिक न्याय की बुनियाद को और सशक्त बनाने के लिए यह जरूरी है। सरकार ने बुधवार को फैसला किया कि आगामी जनगणना में जातिगत गणना को पारदर्शी तरीके से शामिल किया जाएगा।
रमेश ने कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन के प्रस्ताव के कुछ अंश साझा करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, सामाजिक न्याय को लेकर यह बात कांग्रेस के हालिया प्रस्ताव में कही गई थी, जो 9 अप्रैल 2025 को अहमदाबाद में पारित हुआ था। देर आए, दुरुस्त आए। Edited by: Sudhir Sharma