मुंबई। ऑनलाइन बैंकिंग में लगातार बढ़ती धोखाधड़ी से चिंतित रिजर्व बैंक ने सुझाव दिया है कि ऐसे लेनदेन में बैंकों को सुरक्षा पर गौर करते हुए दो स्तर पर पुष्टि की प्रणाली शुरू करनी चाहिए।
रिजर्व बैंक की इनेबलिंग पब्लिक की इनफ्रास्ट्रक्चर इन पेमेंट सिस्टम एपलीकेशंस रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों को विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन बैंकिंग लेनदेन में आने वाले जोखिम के बारे में ग्राहकों को सूचित करना चाहिए। रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी बैंकों की एप्लीकेशन प्रणाली में अनिवार्य तौर पर पासवर्ड आधारित दो स्तरों पर पुष्टि की व्यवस्था होनी चाहिए।
इसमें कहा गया है कि ग्राहक को ऑनलाइन लेनदेन में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहचान के विभिन्न तरीकों में से अपनी पसंद का तरीका अपनाने का विकल्प दिया जाना चाहिए।
रिजर्व बैंक ने कई तरह के इलेक्ट्रानिक भुगतान प्रणालियों की शुरुआत की है। इनमें आरटीजीएस, एनईएफटी, सीबीएलओ, फारेक्स क्लीयरिंग, सरकारी प्रतिभूति क्लीयरिंग और सीटीएस आदि शामिल हैं। (भाषा)