...तो खुदरा एफडीआई होगा वापस-राजनाथ

बुधवार, 13 मार्च 2013 (17:20 IST)
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वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथसिंह ने कहा है कि यदि केन्द्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनी तो खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के फैसले को वापस लेना उसकी प्राथमिकता होगी।

भाजपा अध्यक्ष ने यहां दो दिवसीय दौरे पर पहुंचने पर संवाददाताओं से कहा कि केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के रहते देश में आर्थिक मोर्चे पर गंभीर संकट खड़ा हो गया है। दूसरी तरफ कूटनीतिक कुशलता की कमी से देश बाहरी और आंतरिक सुरक्षा के संकट से गुजर रहा है।

राजनाथ ने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर विफलता के कारण देश में महंगाई लगातार बढ़ रही है। जब भी थोक मूल्य सूचकांक कम होता है, सरकार कहती है महंगाई घट गई, लेकिन आमजन के लिए महंगाई का सीधा सरोकार थोक मूल्य नहीं बल्कि खुदरा मूल्य पर आधारित उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से होता है जो कि इस समय 11 प्रतिशत पर है। सरकार का राजकोषीय घाटा भी लगातार बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि केन्द्र में राजग की सरकार के सत्ता में आने पर खुदरा व्यापार में एफडीआई पर मौजूदा सरकार के फैसले को वापस लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मनमोहन सरकार ने बहुब्रांड खुदरा व्यापार में 51 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी है। व्यापारी इसका लगातार विरोध कर रहे हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने भ्रष्टाचार को लेकर केन्द्र की संप्रग सरकार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि इसने स्वतंत्र भारत के इतिहास में भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने एंग्लो-इटैलियन कंपनी अगस्तावेस्टलैंड के साथ हेलीकॉप्टर सौदे में कथित घोटाले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा सौदों में घोटाला देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक है। उन्होंने इस मामले में दोषियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की मांग की।

उन्होंने चीन के बढ़ते रक्षा बजट और चीन की पाकिस्तान से बढ़ती नजदीकियों पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और श्रीलंका के सहारे चीन की भारत के चारों तरफ घेराबंदी बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि कूटनीतिक कमजोरी और दृढ़ इच्छाशक्ति नहीं होने की वजह से केन्द्र सरकार इस दिशा में कोई पहल नहीं कर पा रही।

राजनाथ ने कानून एवं व्यवस्था के मामले में उत्तरप्रदेश सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। राज्य में अराजकता का माहौल है, भ्रष्टाचार का बोलबाला है और सांप्रदयिक घटनाएं भी बढ़ रही हैं।

उत्तरप्रदेश की अखिलेश सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर बांटे जा रहे बेरोजगारी भत्ते और लैपटॉप पर राजनाथ ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को बख्शीश नहीं चाहिए। उन्हें रोजगार का साधन चाहिए। इसके लिए समग्र कार्ययोजना तैयार की जानी चाहिए। (भाषा)

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