नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। 12 दिन के इस सत्र के भी हंगामेदार होने के आसार है। इस सत्र में महिला आरक्षण बिल, सांप्रदायिक हिंसा विरोधी बिल, लोकपाल बिल और प्रमोशन में आरक्षण से जुड़े बिल शामिल हैं।
भाजपा देश के आर्थिक हालात, मुजफ्फरनगर दंगों और आतंकी हमलों के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर चुकी है। वहीं लेफ्ट पार्टियों ने मांग की है कि मुजफ्फरनगर में हुए दंगों के साथ अर्थव्यवस्था की खराब हालत पर बहस की जाए।
समाजवादी पार्टी ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इस सत्र में महिला बिल या फिर प्रमोशन में अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए कोटा देने से जुड़ा बिल लाया गया तो वह संसद की कार्यवाही नहीं चलने देगी।
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि संसद का शीतकालीन सत्र छोटा है इसलिए उन बिलों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो संसद के किसी एक सदन में पास हो चुके हैं। (एजेंसी)