उपन्यासकार प्रदीप सौरभ लंदन में सम्‍मानित

शनिवार, 30 जून 2012 (20:53 IST)
ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ कामंस में भारत के उपन्यासकार प्रदीप सौरभ को उनके उपन्यास 'तीसरी ताली' के लिए 18वां अन्तरराष्ट्रीय इंदु शर्मा कथा सम्मान प्रदान किया गया। उर्दू शायर सोहन राही को 13वां पद्यानंद साहित्य सम्मान प्रदान किया।

वैस्ट ब्रॉमविच के लॉर्ड किंग ने पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने कहा कि लेखक ही समाज में बदलाव ला सकता है और कोई भी संस्कृति तभी बची रह सकती है, यदि उसकी भाषा की ताकत महफूज रहे।

कथा यूके द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक समारोह में लेबर पार्टी के सांसद वीरेन्द्र शर्मा ने कहा, 21वीं सदी में हमारी बहुत-सी परंपराएं मान्य नहीं रहीं। प्रदीप का उपन्यास तीसरी ताली एक चेतावनी है कि हमें अपने समाज में हिजड़ों के प्रति नजरिया बदलना होगा।

सम्मान ग्रहण करते हुए प्रदीप सौरभ ने कहा, लेखक को रचना के माध्यम से तौला जाए, उसके व्यक्तिगत जीवन से नहीं। उन्होंने कहा कि हर इनसान के अनेक मुखौटे होते हैं और मैं मुखौटों का म्यूजियम हूं, लेकिन मैं जब लेखन करता हूं, तो स्वतंत्र होता हूं।

कुछ गजलें, कुछ गीत पुस्तक के लिए सम्मानित सोहन राही ने कहा, शेर कहना मेरा शगल ही नहीं, मेरे जीवन की उपासना है। शेर-ओ-शायरी मेरा जीवन है, मेरे गीत मेरा ओढ़ना-बिछौना हैं। समारोह में कथा यूके के अध्यक्ष ने उपन्यास तीसरी ताली पर भारत के समीक्षकों की टिप्पणियां पढ़कर सुनाईं।

इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा अतिरिक्त काउंसलर केसी मोहन, पद्यजा, अमीन मुगल, अयूब ओलिया, जितेन्द्र बिल्लू, राम शर्मा मीत, अचला शर्मा भी मौजूद थे। (भाषा)

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