योग के आसन दूसरे शारीरिक आसनों की अपेक्षा लम्बे शोध और प्रयोग के बाद रोग, शरीर विज्ञान के अनुसार निर्मित किए गए हैं। ऋषि-मुनियों ने योगासन का अविष्कार रोगों को दूर कर लम्बी आयु के लिए किया था, क्योंकि वे स्वस्थ रहकर ज्यादा से ज्यादा जीना चाहते थे ताकि मोक्ष पाया जा सके।