गजब का संयोग! 8 साल बाद भारत नहीं होगा और पाकिस्तान होगा एशिया कप के फाइनल में

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

गुरुवार, 8 सितम्बर 2022 (16:10 IST)
भारत और पाकिस्तान टीमों की भाषा और व्यवहार एक ही है इसलिए कभी कभी संयोग भी एक हो जाते हैं। इस बार एशिया कप के फाइनल को लेकर भी ऐसी ही बात कही जा सकती है। करीब 8 साल बाद भारत एशिया कप के फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहा है और पाकिस्तान 8 साल बाद फाइनल में जगह बना पाया है।

इसके अलावा साल 2018 से ही एशिया कप में भारत की अगुवाई कर रहे रोहित शर्मा के लिए यह लगातार दूसरी हार है। एशिया कप में भारत लगातार दो बार साल 2014 में हारा था। दिलचस्प बात यह है कि दोनों बार हार लक्ष्य के बचाव करने पर मिली थी।भारत की तरह पिछली 2 बार के उपविजेता बांग्लादेश भी इस बार फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहा और सुपर 4 में भी क्वालिफाय नहीं कर पाया।

 2 मार्च 2014 को पाकिस्तान से अंतिम गेंद पर हारकर एशिया कप से बाहर हुआ था भारत

शाहिद अफरीदी ने बिग हिटर की अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करके तनाव भरे क्षणों में दो जबर्दस्त छक्के जड़े जिससे पाकिस्तान ने रोमांच की पराकाष्ठा तक पहुंचे मैच में भारत को एक विकेट से हराकर एशिया कप फाइनल के फाइनल में जगह बनाई थी।

रोहित शर्मा (58 गेंदों पर 56 रन), अंबाती रायुडु (62 गेंदों पर 58 रन) और रविंद्र जडेजा (49 गेंदों पर नाबाद 52 रन) ने अर्धशतक जरूर जमाए थे लेकिन इसके बावजूद भारत आठ विकेट पर 245 रन ही बना पाया था।

पाकिस्तान अच्छी शुरुआत के बावजूद चार विकेट 113 रन के स्कोर पर संकट दिख रहा था। इसके बाद मोहम्मद हफीज (75 और शोएब मकसूद (38) ने पांचवें विकेट के लिए 21 ओवर में 87 रन की साझेदारी की थी। अफरीदी (18 गेंद पर नाबाद 34) ने अपना सर्वश्रेष्ठ बचा रखा था। उन्होंने पाकिस्तान को 49.4 ओवर में नौ विकेट पर 249 रन तक पहुंचाया था। पाकिस्तान की इस जीत में हफीज ने भी अहम भूमिका निभाई थी।

भारतीय बल्लेबाजों ने गैरजिम्मेदाराना तरीके से अपने विकेट गंवाए थे जबकि उसके मुख्य गेंदबाजों ने भी निराश किया था, जिसका पाकिस्तान ने पूरा फायदा उठाया था। इस हार से भारत की फाइनल में पहुंचने की संभावना  समाप्त हो गई थी क्योंकि इससे एक मैच पहल भारत श्रीलंका के खिलाफ ऐसे ही रोमांचक मैच में 2 विकेट से हार गया था।

इस बार भी भारत लगातार 2 बार लक्ष्य का बचाव करने में विफल रहा। पहले पाकिस्तान से 4 विकेट और फिर श्रीलंका से 6 विकेट से हारने के कारण टीम को बाहर का रास्ता देखना पड़ा। बस अंतर सिर्फ इतना है कि इस बार पहले पाकिस्तान और फिर श्रीलंका के साथ मुकाबला हुआ था।

2018 और 2016 में बिना 1 मैच हारे बांग्लादेश को दी खिताबी मात

2018 भारत ने अंतिम गेंद पर बांग्लदेश को 3 विकेट से हराकर सातवीं मर्तबा एशिया कप जीतने में कामयाबी हासिल की थी। भारत ने भले ही मैच जीता लेकिन बांग्लादेश खिलाड़ी अपने जांबाज प्रदर्शन से 'दिल' जीतने में कामयाब रहे थे। रोमांच की पराकाष्ठा को छूने वाले एशिया कप के फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश तीसरी मर्तबा उपविजेता रहा था जबकि भारत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 700वीं जीत हासिल की थी। शिखर धवन को 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' घोषित किया गया था।

बांग्लादेश ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी की चुनौती को स्वीकार करते हुए लिटन दास के 121 रनों की बदौलत 48.3 ओवर में 222 रन बनाए थे। 120 रन तक उसका पहला विकेट गिरा था जबकि शेष 9 बल्लेबाज 102 रन बनाकर आउट हो गए थे।चाइनामैन कुलदीप यादव ने 45 रन देकर 3 विकेट झटके थे। भारत ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 223 रन बनाते हुए सातवीं बार एशिया कप पर अपने नाम किया था।

शिखर धवन रहे दोनों एशिया कप फाइनल के मैन ऑफ द मैच

इससे पहले भारत ने मेजबान बांग्लादेश को 8 विकेट से रौंदकर छठी मर्तबा एशिया कप में सरताज बनने का गौरव हासिल किया था। बारिश से बाधित एशिया कप टी20 फाइनल में सिक्का हारने के बाद मेजबान बांग्लादेश ने 15 ओवर में 5 विकेट खोकर 120 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने 13.5 ओवर में कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के विजयी छक्के से मैच जीता था। भारत 2 विकेट पर 122 रन बनाने में सफल रहा। विराट कोहली 28 गेेंदों पर 41 व धोनी 6 गेंदों पर 20 रन पर नाबाद रहे थे।

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