2014 : देश के लिए कितना शुभ, कितना अशुभ

नया साल 2014 देश के लिए खुशियों भरा रहेगा यही ग्रहों के शुभ संकेत हैं।

यूं तो ग्रहण हर साल आते रहते हैं और मानव जीवन पर ग्रहण का प्रभाव भी पड़ता है। ग्रह भी उदय-अस्त होते हैं। लेकिन इस बार 2014 में विवाह के समय ना तो गुरु अस्त होगा ना ही शुक्र देव अस्त होंगे।

गुरु अस्त का समय विवाह के मुहूर्त की समाप्ति पर होगा जो 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा। इस समयावधि में विवाह मुहूर्त समाप्त हो जाते हैं व देवशयन का भी लगभग समय रहता है।

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इसी प्रकार शुक्र 7 जनवरी से अस्त होकर 16 जनवरी को उदय होगा। फिर 18 सितबंर से अस्त होकर 4 दिसंबर तक रहेगा। इस समयावधि में विवाह मुहूर्त नहीं होते। बाकि अन्य ग्रहों के उदय-अस्त होने का प्रभाव विवाहादि शुभ कार्यों पर नहीं पड़ता।

खरमास में सूर्य के धनु में प्रवेश पर 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक व मीन राशि के प्रवेश पर 15 मार्च से 14 अप्रैल तक विवाह नहीं होते हैं, बाकि सभी मास में विवाह का योग रहेगा।

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गुरु व शुक्र का सीधा-सीधा प्रभाव शुभ कार्य व विवाह पर ही अधिक देखने को मिलता है। गुरु-शुक्र हर बार विवाह समय अस्त हो जाते हैं व विवाह में कमी ला देते हैं। जब गुरु अस्त होता है तो विवाह नहीं होते, वहीं शुक्र अस्त होने पर विवाह नहीं होते।

गुरु धर्म, न्याय, सोचने-समझने की तर्क शक्ति प्रदाता हैं वहीं महत्वाकांक्षा का भी कारक है। उसके अस्त होने पर शुभ कार्य नहीं होते ना ही पूजा-पाठ होती है ना अन्य कार्य। गुरु के अस्त होने पर सीधा-सीधा प्रभाव हमारी अर्थ व्यवस्था पर भी पड़ता है।

जब विवाह नहीं होंगे तो बाजारों में रौनक नहीं रहती, इसी प्रकार शुभ कार्य नहीं होंगे तो आमजन खरीदारी में भी रूचि नहीं लेता। उसी प्रकार शुक्र के अस्त होने से अर्थ, सौन्दर्य प्रसाधन, वाहनादि खरीद फरोख्त, आभूषणों के व्यवसाय पर भी प्रभाव पड़ता है। कपडा व्यवसाय भी इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रहता।

कुल मिलाकर हमारी आर्थक व्यवस्था लगभग ठंडी पड़ जाती है। लेकिन खुशखबर यह है कि नया साल बाजारों में रौनक बरकरार रखने वाला है।

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आने वाले साल में विवाह की धूम रहेगी। इस वजह से हर व्यवसाय पर शुभ प्रभाव रहेगा। कई लोगों का व्यवसाय चल पडे़गा व अच्छी ग्राहकी होने से रुपया भी बाजार में आएगा। व्यापार खूब चलेगा।

नया साल महिलाओं के लिए शुभ संकेत लेकर आया है। नवयुवतियों के लिए खुशखबर यह है कि विवाह में बाधा आ रही होगी वह इस वर्ष नहीं रहेगी। शुक्र कला व सौन्दर्य के साथ इलेक्ट्रॉनिक, इंजीनियरिंग का भी कारक है। अत: जो युवतियां इससे जुडी हैं उन्हें लाभ रहेगा।

युवा वर्ग के लिए शुभ सूचना यह है कि गुरु-शुक्र का अस्त न होना, उनके लिए हर क्षेत्र में सफलतादायक रहेगा। अस्त ग्रह कहीं ना कहीं बाधक बनता है। बेरोजगार, व्यवसायी वर्ग, सेल्समैन, धर्म कर्म में आस्था रखने वाले, इंजीनियर, चिकित्सक से जुड़े व्यक्तियों के लिए समय बेहद उत्तम रहेगा।

इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से जुड़े व्यक्ति भी इस वर्ष लाभान्वित होंगे। शुक्र का ज्यादा प्रभाव नई-नई टेक्नोलॉजी पर अधिक पड़ता है। जब आईटी सेक्टर में उभार आएगा, तो जो युवा आईटी सेक्टर से जुड़े हैं उन्हें सर्वाधिक लाभ होगा।


इस वर्ष ग्रहण नहीं लगेगा व विवाह के समय गुरु व शुक्र अस्त न होंगे तो उच्च व्यापार भी उन्नति करेगा। ग्राहकी के लिए आनेवाला साल अच्छा होने से चहुंओर उन्नति ही रहेगी।

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ग्रहण का असर देश व देश की राजनीति पर भी देखने को मिलता है। जब ग्रहण की स्थिति नहीं होगी तब उथल-पुथल भी नहीं रहेगी। लोकसभा चुनाव में आश्चर्यजनक परिणाम सामने आएंगे। कहीं ऐसा ना हो कि फिर से सत्ता पक्ष विपक्ष की आपसी फूट से या तालमेल के अभाव से सत्ता में आ जाए।

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