नए साल में नीले स्लेटी के रंग का घर में प्रयोग करें। गाय को नित्य रोटी़, गुड़ व घी लगाकर खिलाएं। चंदन का टीका माथे पर नित्य लगाएं। पौधों की देखभाल करें। श्वेतार्क गणेश पूजन करें। भैरवजी के थान पर शनिवार-रविवार को इमरती चढ़ाएं तथा तेल का दीपक लगाएं। मछलियों को आटे की गोली बनाकर चुगाएं। शनिवार का व्रत करें। शिवार्चन नित्य करें। नीले, स्लेटी, आसमानी रंग के वस्त्र पहनें। शनि चालीसा के पाठ नित्य करें। नीलम तथा पन्ना धारण करें। अभाव में नीली तथा ओनेक्स धारण करें। मद्यपान न करें। वृद्धजनों की सेवा करें।