कन्या राशि के जातक बुद्धिमान, विवेकी, आर्थिक, कूटनीतिक और चतुर होते हैं। इनकी रुचि कला और साहित्य में हो सकती है। आकर्षक व्यक्तित्व से जल्दी प्रभावित करते हैं, लेकिन स्वभाव से अन्तर्मुखी होते हैं।
कन्या राशि वाले मिली-जुली कद-काठी के होते हैं। ये दिमागी कार्यों में सफल होते हैं। इनके जीवन में उतार-चढ़ाव बना रहता है। बुध अपनी राशि में उच्च व मिथुन में मूल त्रिकोण का हो तो जीवन में उत्तम सफलता पाने वाले होते हैं।
कन्या राशि : भाग्य का साथ मिलेगा। सभी तरफ उन्नति के मार्ग मिलेंगे। इच्छा पूर्ण होगी।
व्यवसाय- शनि की अढैया चल रही है अत: कुछ कठिनाइयां आएंगी। व्यापार में प्रतिद्वंद्वी पीछे रहेंगे। वक्त पर सही निर्णय लेकर अपना स्थान बना पाएंगे। इस वर्ष रुकी हुई पदोन्नति प्राप्त होने के योग हैं। अपने सपनों को साकार करने का सही समय है। विशिष्ट व्यक्ति सहयोग व मार्गदर्शन करेंगे। पार्टनरों से मतभेद हो सकते हैं। अपनी बात मनवा नहीं पाएंगे।
धन-संपत्ति- संचित कोष में वृद्धि होगी। काफी समय से रुका हुआ धन प्राप्त होगा। पुरानी लेनदारी वसूल होगी। अपनी बुद्धि व कार्यकुशलता से बड़ी आमदनी हो सकेगी। स्थायी संपत्ति में वृद्धि तथा संपत्ति से लाभ होगा। पारिवारिक सहयोग रहेगा। सहकर्मी व मातहत अनुकूल रहेंगे। अधिकारी प्रसन्न रहेंगे।
घर-परिवार- परिवार में सदस्यों की संख्या में वृद्धि होगी। किसी रिश्तेदार का दायित्व आ सकता है। संतान प्राप्ति होगी। घर में एकाधिक बड़े मांगलिक कार्य हो सकते हैं। उन पर व्यय होगा। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। पारिवारिक समस्याएं व चिंताएं कम होंगी। संतान की उन्नति होगी।
स्वास्थ्य- पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। कंधे व गर्दन आदि में दर्द तथा जकड़न हो सकती है। चोट व मोच से बचें। खान-पान पर नियंत्रण रखना होगा। कार्यकुशलता में कमी हो सकती है। नेत्रों का ध्यान रखें।
परीक्षा-प्रतियोगिता-करियर- परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। करियर निर्माण में सभी बाधाएं दूर होंगी। किसी विशेष उद्देश्य तथा महत्वाकांक्षा की पूर्ति होगी। उच्च शिक्षा की सहूलियतें मिलेंगी। दूसरों को पीछे छोड़ देंगे। एकाग्रता बनी रहेगी। उन्नति होगी।
यात्रा-प्रवास-तबादला- नौकरी में इच्छित स्थान मिलेगा। मनोनुकूल तबादला होगा। यदि इच्छा न हो तो रुक भी सकता परिवार के साथ मनोरंजक यात्राएं हो सकती हैं। व्यावसायिक यात्राएं दूर तक की हो सकती हैं। वर्ष के पूर्वार्द्ध में यात्रा के योग बनते हैं।
धार्मिक कार्य- कथा, रामायण व भागवत आदि के पाठ का श्रवण या पाठन करने के आयोजन हो सकते हैं। अध्यात्म में रुचि और उन्नति होगी। धार्मिक कार्य का आयोजन करने का स्वयं या आयोजन में हिस्सा लेने का सौभाग्य प्राप्त होगा। सामाजिक कार्य करने में रुचि जागृत होगी। बेसहारा लोगों की सहायता कर पाएंगे।
कल्याण प्राप्ति के उपाय- पीपल के वृक्ष में दीपक तथा जल चढ़ाने से कष्टों से मुक्ति मिलेगी। हनुमानजी का पूजन-अर्चन तथा हनुमान चालीसा व सुंदरकांड के पाठ शनिवार तथा मंगलवार को करने से सौभाग्य वृद्धि होगी।