21 जून 2020, रविवार आषाढ़ कृष्ण अमावस्या के दिन सूर्यग्रहण भारत में खंडग्रास के रूप में दिखाई देगा। भारत में सूर्यग्रहण का प्रारंभ सुबह 10 बजकर 13 मिनट 52 सेकंड दिन से दोपहर 1 बजकर 29 मिनट 52 सेकंड तक रहेगा। भारत के अलावा यह खंडग्रास सूर्यग्रहण विदेश के कुछ क्षेत्रों में दिखाई देगा। ग्रहण का स्पर्श 10.13.52 सुबह, ग्रहण का मध्य 11.56 एवं ग्रहण का मोक्ष दोपहर 1 बजकर 30 मिनट और 52 सेकंड में होगा।
ग्रहण का किस राशि पर शुभ-अशुभ प्रभाव रहेगा, जानिए
मेष : पद-सम्मान की प्राप्ति।
विशेष : ग्रहण समाप्ति के बाद गंगा, जमुना, सरस्वती, रेवा, कावेरी, सरस्वती या किसी पवित्र में नदी स्नान करें। यह संभव न हो तो तालाब, कुएं या बावड़ी में स्नान करें। यह भी संभव न हो तो घर पर तीर्थ जल मिलाकर स्नान करना चाहिए।
सूर्यग्रहण का दान : ग्रहण समाप्ति के पश्चात मच्छरदानी का दान करें। तेल, कपास, स्वर्ण या कंबल का भी दान कर सकते हैं। मौसम के अनुसार सबसे श्रेष्ठ दान मच्छरदानी का करें।