1. मेष राशि: शनि के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। इस दौरान आर्थिक, शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यदि आपने अपने कर्म अच्छे रखे और शनि के मंदे कार्यों से दूरी बनाकर रखी तो शनि आपको लाभ देगा। हालांकि गुरु पूरे वर्ष आपका सहयोग करेगा लेकिन शर्त यह है कि आप गुरु जैसा चरित्र बनाकर रखें।
4. कुंभ राशि: शनि के मीन राशि में जाने से कुंभ राशि पर साढ़ेसाती का तीसरा और अंतिम चरण शुरू होगा। हालांकि शनि के कुंभ में रहते आपको ज्यादा परेशानी नहीं उठाना पड़ी होगी परंतु अब अंतिम चरण में लाभ या हानि आपके कर्मफल पर निर्भर करती है। यदि अच्छे कर्म नहीं किए होंगे तो इस दौरान जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन बीच-बीच में शनि की कृपा से स्थिति में सुधार भी होगा।
2. शनिवार के दिन शनिदेव को छाया दान करें और दिव्यांगों को भोजन कराएं।
3. गुरुवार के दिन गुरु का दान करें और गुरुवार का उपवास करें।