क्या शनि के राशि परिवर्तन से फिर से शुरु होगा महामारी का दौर, दुनिया में फैला HMPV वायरस का डर

WD Feature Desk

शुक्रवार, 10 जनवरी 2025 (12:24 IST)
Saturn and Corona and HMPV virus: शनि ग्रह ने जब 24 जनवरी 2020 में खुद की राशि मकर राशि में प्रवेश किया था, तब दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप फैल गया था। 2019 दिसंबर में चीन के वुहान प्रांत से कोरोना वायरस निकलकर फरवरी तक संपूर्ण दुनिया में फैल गया। चूंकि इस वायरस की शुरुआत 2019 में हुई थी इसलिए इसे कोविड 19 कहा जाने लगा, परंतु इसने तो वर्ष 2020 को तबाह करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
 
फिर शनि ने जब 29 अप्रैल 2022 को कुंभ में प्रवेश किया तब महामारी का दौर खत्म हुआ और दुनियाभर में युद्ध, अराजकता, महंगाई, प्रदर्शन और सत्ता परिवर्तन का नया दौर प्रारंभ हुआ। इसके कुंभ गोचर के काल में ही भूकंप और बड़े तूफान के साथ ही यूक्रेन रशिया के बाद इजरायल और हमास का युद्ध प्रारंभ हुआ। अब आशंका जताई जा रही है कि 29 मार्च 2025 को शनि ग्रह जब मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आएगी, महायुद्ध की शुरुआत होगी या महामारी का दौर फिर से प्रारंभ होगा। वर्ष 2020 के बाद से ही देश और दुनिया के हालात लगातार बदलते और गिरते जा रहे हैं। महामारी, भूकंप, बाढ़, दंगे, विद्रोह, आंदोलन, तख्तापलट, युद्ध, आतंकवाद और महंगाई की चपेट में हर देश है। ऐसा समय करीब 80 वर्ष पहले था जबकि दूसरा विश्व युद्ध प्रारंभ हुआ था।

बृहत संहिता: बृहत संहिता में वर्णन आया है कि 'शनिश्चर भूमिप्तो स्कृद रोगे प्रीपिडिते जना' अर्थात जिस वर्ष के राजा शनि होते है उस वर्ष में महामारी फैलती है। विशिष्ट संहिता अनुसार पूर्वाभाद्र नक्षत्र में जब कोई महामारी फैलती है तो उसका इलाज मुश्किल हो जाता है। विशिष्ट संहिता के अनुसार इस महामारी का प्रभाव तीन से सात महीने तक रहता है। जिस दिन चीन में यह महामारी फैली अर्थात 26 दिसंबर 2019 को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र ही था और सूर्य ग्रहण भी। उस समय ज्योतिषियों ने दावा किया था है कि पूर्व के एक देश में ग्रहण के लगने के बाद फैलेगी एक महामारी या होगा महायुद्ध। यह दावा सच साबित हुआ।
 
शनि मीन में जाते ही करेगा जनहानि: ज्योतिष के अनुसार 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे। 29 मार्च 2025 को जब शनि ग्रह कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में विश्व युद्ध की शुरुआत की भूमिका का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। रशिया यूक्रेन, इजरायल हमास के बाद बदलती दुनिया में अब नए मोर्चों पर युद्ध का बिगुल बज सकता है। कुंभ राशि में स्थित शनि के प्रभाव के कारण अकाल, युद्ध, विस्फोट, भूचाल, महामारी के साथ ही जनवरी माह 2025 में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आने की संभावना है जिसके चलते बड़ी तादाद में जन और धन हानि होने की आशंका है।
 
30 साल बाद वे पुनः मीन राशि में आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि शनि जब भी राशि परिवर्तन करते हैं तो देश और दुनिया में बहुत बड़े बदलाव होते हैं। युद्ध, प्राकृतिक आपदा और आंदोलन के साथ ही शनि की वस्तुओं में भी तेजी देखी जा सकती है। पहले हम जान लेते हैं कि किस तरह शनि ने पूर्व में राशि परिवर्तन करके तबाही मचाई थी और अब आगे वह क्या तबाही मचाएंगे।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी: 521 वर्ष पूर्व हुए नास्त्रेदमस के अनुसार '27 अक्टूबर 2025 को मेष के प्रभाव में तीसरी किस्म की जलवायु आएगी, एशिया का राजा मिस्र का भी सम्राट बनेगा। युद्ध, मौतें, नुकसान और ईसाइयों की शर्म के हालात बनेंगे।-( नास्त्रेदमस 3/77 सेंचुरी)।
 
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी: 113 वर्ष पूर्व हुए बाबा वेंगा के अनुसार वर्ष 2025 में यूरोप की आबादी लगभग खत्म हो जाएगी या शून्य हो जाएगी। बाबा वेन्गा के अनुसार महान युद्ध होगा जिसमें ड्रैगन दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति बन जाएगा। उन्होंने कहा कि एक मजबूत ड्रेगन मानवता को जब्त कर लेगा।
 
अच्युतानंद की भविष्यवाणी: 514 वर्ष पूर्व ओडिशा में हुए संत अच्युतानंद दास की भविष्यवाणी का अनुवाद करने वाले लोगों के अनुसार 29 मार्च 2025 को जब शनि ग्रह कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में विश्व युद्ध की शुरुआत की भूमिका का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। इस दौरान 64 तरह की बीमारियों का प्रकोप रहेगा। दुनिया युद्ध और महामारी से परेशान रहेगी।

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