सूर्य ग्रहण: 29 मार्च को वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण भी होगा। इस खगोलीय संयोग का कुछ राशियों पर विशेष प्रभाव पड़ सकता है। सूर्य ग्रहण का प्रभाव समुद्र को छोड़कर भूमि पर ज्यादा रहता है। इसके चलते आगजनी, पड़ाडों में भूस्खलन, ज्वालामूखी विस्फोट के साथ ही विद्रोह, आंदोलन और राजनीतिक उथल-पुथल बढ़ जाती है। कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के आने के बाद धरती से जुड़ी आपदाएं आती हैं। समुद्र के जल के भीतर भी भूकंप आते हैं। सूर्य ग्रहण के कारण राजनीतिक उथल पुथल, विद्रोह, सामाजिक परिवर्तन, सत्ता परिवर्तन, बर्फ का पिघलना, क्लाइमेंट में बदलाव और लोगों की मानसिक स्थिति में बदलाव होता है
1. मेष राशि: सूर्य ग्रहण वाले दिन शनि ग्रह के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही मेष राशि वालों पर शनि की साढ़े साती शुरू होगी। इस अवधि में आर्थिक नुकसान, स्वास्थ्य समस्याएं और करियर में बाधाएं आ सकती हैं। सतर्क रहना आवश्यक है। ग्रहण का प्रभाव आपके बारहवें भाव में होगा, जिससे खर्चों में वृद्धि और मानसिक तनाव संभव है। ध्यान और योग के माध्यम से मानसिक शांति प्राप्त करें।
2. कुंभ राशि: सूर्य ग्रहण के दिन ही शनि के राशि परिवर्तन से कुंभ राशि वालों को भी सतर्क रहना चाहिए। अचानक कामों में रुकावटें, सेहत में गिरावट और धन हानि की संभावनाएं हैं। अपने कार्यों में सावधानी बरतें। द्वितीय भाव में ग्रहण का प्रभाव आर्थिक मामलों में चुनौतियां और परिवार में मतभेद ला सकता है। वाणी में संयम रखें और खर्चों पर नियंत्रण करें।