खण्डग्रास चंद्र ग्रहण 31 दिसंबर को

ND
हमारे ब्रह्मांड में कुछ ऐसी घटनाएँ होती रहती हैं, जो हमारे बीच कौतूहल का विषय एवं हमारे जीवन में कुछ न कुछ उथल-पुथल कर जाती हैं। वहीं वर्ष 2009 में इस बार 5 ग्रहण पड़े, जिनमें से सबसे बड़ा ग्रहण 22 जुलाई को पड़ा, जिस पर कई शोध भी हुए। जानकारी हो कि इस वर्ष के जाते-जाते भी 31 दिसंबर को खण्डग्रास चंद्र ग्रहण पड़ रहा है। कुल मिलाकर इस वर्ष सबसे अधिक ग्रहण पड़े।

जानकारी देते हुए ज्योतिषाचार्य डॉ. एच.सी. जैन ने बताया कि 31 दिसंबर को खण्डग्रास चंद्र ग्रहण पड़ेगा, जो वर्ष का अंतिम ग्रहण होगा। यह ग्रहण संपूर्ण भारत में दिखाई देगा। इसका सूतक 30 दिसंबर को दोपहर 3.22 बजे से पड़ेगा। यह खण्डग्रास चंद्रग्रहण रात्रि 12.21 से 1.24 बजे तक रहेगा। उन्होंने बताया कि इस ग्रहण से सोने-चाँदी, पीली वस्तुओं, गेहूँ, सूत, रुई, वस्त्र, तेल, गुड़, शक्कर, लोहे आदि में तेजी आएगी। साथ ही वर्ष का अंतिम ग्रहण होने के कारण आगामी वर्ष मध्यम रहेगा।

वर्ष 2009 में पड़े पाँच ग्रह
- 26 जनवरी को कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण पड़ा। यह ग्रहण पूर्वी-दक्षिणी भारत, उत्तरी-पूर्वी भारत, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र आदि में दिखाई नहीं दिया।
- 9 फरवरी को मंद चंद्र ग्रहण पड़ा। इसे उपछाई ग्रहण भी कहा गया। इसका सूतक भारत में मान्य नहीं था।
- 22 जुलाई को खण्डग्रास सूर्य ग्रहण पड़ा। जो पूरे भारत में दिखाई दिया। यह ग्रहण वैज्ञानिकों के लिए कौतूहल का विषय रहा और इस पर कई शोध हुए। इसके कारण दिन में रात्रि जैसा आभास हुआ एवं इसका दुष्प्रभाव पूरे भारत में देखने को मिला।
- 6 अगस्त को मंद चंद्र ग्रहण पड़ा। यह ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं दिया।
- 31 दिसंबर को खण्डग्रास चंद्र ग्रहण पड़ेगा। यह साल का अंतिम ग्रहण होगा। यह संपूर्ण भारत में दिखाई देगा।

ND
वर्ष 2010 में पड़ने वाले ग्रहण

* 15 जनवरी- कंकड़ाकृति सूर्य ग्रहण

* 26 जून- खण्डग्रास चंद्र ग्रहण

* 11 जुलाई- खण्डग्रास सूर्य ग्रहण

* 21 दिसंबर- खण्डग्रास चंद्र ग्रहण

वेबदुनिया पर पढ़ें