सुदूर आकाश में रोमांच देखने वालों के लिए एक खुशखबरी है क्योंकि इस महीने आकाश में उन्हें तारों का अद्भुत रोमांच देखने का अवसर मिलेगा। ये नजारा देखने का अवसर किसी को जीवन में सिर्फ एक ही बार मिलता है।
इस दिन आकाश में लोग एक अलग तरह के पुच्छल तारे को देखे सकेंगे। साइंस पोपुलराइजेशन एसोसिएशन ऑफ कम्युनिकेटर्स एंड एजुके टर्स के अध्यक्ष सी.बी. देवगन ने बताया कि इस पुच्छल तारे को मैकनॉट कहा जाता है। यह धरती से केवल 16 करोड़ किलोमीटर दूरी पर होगा। भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान संस्थान में सलाहकार आर.सी. कपूर ने बताया कि पुच्छल तारे का अग्रभाग चमकीला हरा होगा एवं इसका पिछला हिस्सा लंबा तथा धुँधला होगा। इसे पौ फटने से पहले उत्तरी-पूर्वी आकाश में महीने के आखिरी दिनों में देखा जा सकेगा।
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इस महीने की 15 और 16 तारीख की दरम्यानी रात को यह पुच्छल तारा धरती के सबसे करीब होगा और सबसे अधिक चमकदार होगा। पुच्छल तारे मैकनॉट की कक्षा परवलयाकार है, जिसका मतलब है कि यह पुच्छल तारा फिर कभी नहीं दिखाई देगा। इसलिए यह ऐतिहासिक मौका होगा। पिछले वर्ष इस पुच्छल तारे की खोज की गई थी जो सूरज की कक्षा में चक्कर लगाता है।