India Pakistan War: शनि ग्रह ने वर्ष 2020 में मकर राशि में प्रवेश किया था तब से देश और दुनिया के हालात बदल गए हैं महामारी का दौरा चला इसके बाद शनि के कुंभ राशि में आते ही यूक्रेन और रशिया का युद्ध प्रारंभ हो गया इसके बाद इजराइल पर आतंकवादी हमले के बाद इजरायल ने हमास और गाजा को कब्रिस्तान बना दिया। इसके बाद शनि के कुंभ से मीन राशि में जाते ही उसने पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के हालात पैदा कर दिए हैं। यदि हम पूरी दुनिया पर नजर डालें तो कई जगहों पर सीमा पर या घर में युद्ध लड़ा जा रहा है। दरअसल यह तीसरे युद्ध की शुरुआत ही मानी जाएगी। आने वाले समय पर अब क्या होगा, जानिए विस्तार से।
1. चीन की कुंडली: चीन की कुंडली में मकर लग्न में चंद्र है। पराक्रम में राहु है, सप्तम में चीन का मंगल, पंचम में शनि, भाग्य में सूर्य, केतु और बुध है, कर्म भाव में शुक्र और द्वादश भाव में गुरु है। वर्ष 2019 से चीन का रुतबा घटता जा रहा है। चीन की कुंडली में वर्तमान में बुध की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा चल रही है जो दिसंबर 2025 तक रहेगी इसके बाद सूर्य की अंतर्दशा प्रारंभ होगी। बुध और सूर्य उसकी कुंडली में मार्केश है। यानी जनवरी 2026 से इसका बुरा दिन प्रारंभ होगा। वर्तमान संदर्भ में भारत पाकिस्तान के बीच जो तनाव हुआ है उसमें चीन की भूमिका रही है और आगे भी रहेगी। यह सभी मुस्लिम देशों को भारत के खिलाफ एकत्रित करेगा और जल्द ही यह यह भारत के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन पाकिस्तान से करवाएगा। यह भारत के भीतर भी गृहयुद्ध करने की साजिश रचेगा।
3. पाकिस्तान की कुंडली: पाकिस्तान की कुंडली वृषभ लग्न की है जिसमें राहु विराजमान है, दूसरे में मंगल और चंद्र है। तीसरे में बुध, सूर्य, शुक्र और शनि है। छठे में गुरु और सातवें में केतु है। इस वक्त शुक्र की महादशा चल रहे है दिसंबर 2007 से दिसंबर 2027 तक। इसका शुक्र मारकेश स्थिति में है। शुक्र में बुध और बुध में चंद्र चल रहा है। 27 मई के बाद बुध में मंगल चलेगा 27 मई के बाद इसकी बुरी स्थिति प्रारंभ होगी, जो हो गई है और दिसंबर 2027 तक चीन के चक्कर में उसका नामोनिशान मिट जाएगा। कुछ लोग पाकिस्तान की कुंडली मेष लग्न की बताते हैं तो उसके अनुसार भी शुक्र की मार्केश दशा चल रही है।
2. भारत की कुंडली: भारत की कुंडली भी वृषभ लग्न की है जहां राहु विराजमान है। दूसरे भाव में मंगल है, तीसरे भाव में बुध, सूर्य, चंद्र, शुक्र और शनि। छठे भाव में तुला राशि में गुरु है और आठवें भाव में केतु। भारत को चंद्र की महादशा चल रही है जो सितंबर 2025 तक रहेगी। सितंबर 2025 के बाद मंगल की महादशा प्रारंभ होगी जो उसके लिए बहुत अच्छी रहने वाली है। अभी चंद्रमा में सूर्य का अंतर चल रहा है जो 12 मई 2025 से जून तक रहेगा। 12 मई 2025 का समय अच्छा प्रारंभ होगा। भारत पाकिस्तान और चीन को दबाने में कामयाब होगा। भारत का रशिया पूरी तरह से साथ देगा। दूसरी ओर पीएम मोदी की कुंडली में मंगल बहुत ही स्ट्रांग पोजीशन में है। भारत के खिलाफ कोई भी शक्ति सफल नहीं हो पाएगी। वर्ष 2026 में भारत एक बड़े युद्ध में आएगा और 28 दिसंबर 2027 तक पाकिस्तान के कई टुकड़े हो जाएंगे।
हालांकि एक अन्य ज्योतिष विश्लेषण के अनुसार 23 फरवरी 2028 से 17 अप्रैल 2030 तक शनि मेष राशि में रहेंगे इस बीच पाकिस्तान और बांग्लादेश नाम का कोई देश नहीं रहेगा। इसके अधिकांश हिस्से भारत में मिल जाएंगे और बाकी एक स्वतंत्र देश बनेंगे।
पीएम मोदी की कुंडली: वृश्चिक लग्न की मोदी जी की कुंडली में चंद्र और मंगल विराजमान है। चतुर्थ भाव में नीच के होकर बृहस्पति विराजमान है। पंचम भाव में राहु, दशम भाव में शुक्र और शनि विराजमान है। इसके बाद लाभ भाव में सूर्य बुध और केतु विराजमान है। यह कुंडली नीच भंग राजयोग की है। लग्न भाव का मंगल दंड देने का काम करेगा। मंगल युद्ध और साहस का देवता है जो मोदी जी की कुंडली में पावरफुल है। भारत की कुंडली में भी मंगल पावरफुल है।