कन्या लग्न हो तो बुध स्वराशि का हो या लग्न में हो द्वितीय भाव का स्वामी शुक्र नवम में हो या द्वितीय भाव में स्वराशि का हो व मंगल तृतीय में हो या तृतीयेश को देखता हो तो ऐसा जातक अच्छी सफलता पाता है। कर्क लग्न में चंद्रमा उच्च का हो व सूर्य-बुध की युति तृतीय या द्वितीय में हो तो ऐसा जातक गायन में अच्छी सफलता पाता है। तुला लग्न हो तो शुक्र लग्न में ही हो तो ऐसा जातक भी गायन में सफल होता है। गरु-मंगल इस लग्न में शुभ स्थान में हो तो ऐसा जातक गायन के क्षेत्र में अच्छी सफलता पाता है।
मीन लग्न में हो तो गुरु का शुभ होना व द्वितीय भाव में मंगल हो या द्वितीय भाव में शुभ ग्रह हो तो तृतीयेश शुक्र शुभ स्थान में हो तो गायन में अच्छी सफलता पाने वाला होता है। यदि उपरोक्त ग्रहों की स्थिति आपकी पत्रिका में हो तो आप इस क्षेत्र में पहले तैयारी कर प्रतियोगिता में भाग लें तो अच्छी सफलता पाते हैं।