Weekly Muhurat 2024: यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं अप्रैल 2024 के नए हप्ते के साप्ताहिक मुहूर्तों की जानकारी। यहां जानें 1 अप्रैल से 7 अप्रैल तक का साप्ताहिक पंचांग कैलेंडर मुहूर्त। जहां आप जानेंगे शुभ मुहूर्त, ग्रह परिवर्तन, खास विशेष, व्रत-त्योहार से जुड़ी हर जानकारी एक साथ...
(साप्ताहिक मुहूर्त : 1 अप्रैल से 7 अप्रैल 2024 तक)
01 अप्रैल 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-वणिज
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-शीतला सप्तमी (बासोड़ा)/मूल समाप्त
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-शिव मंदिर में श्वेतार्क मदार (अकाव) के पुष्प चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
02 अप्रैल 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-शीतलाष्टमी (बसोड़ा)-पंचांग भेद
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीप प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
03 अप्रैल 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को हरा वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
04 अप्रैल 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-श्रवण
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-पंचक प्रारंभ/दशा माता व्रत
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को बूंदी के लड्डू भेंट करें।