रवि : उत्तरायणे
गुरु तारा- उदितस्वरूप
शुक्र तारा- उदितस्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 21 जून, 25 जून, 27 जून, 28 जून, 1 जुलाई
अमृत सिद्धि योग- 1 जुलाई
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- 23 जून, 29 जून
रविपुष्य योग- अनुपस्थित
गुरुपुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 29 जून (योगिनी एकादशी व्रत)
प्रदोष- 30 जून
भद्रा- 19 जून (उदय)-20 जून (अस्त), 23 जून (उदय)-24 जून (अस्त), 27 जून (उदय)-28 जून (अस्त), 30 जून (उदय)-1 जुलाई (अस्त)
पंचक : 22 जून से प्रारंभ-27 जून को समाप्त
मूल- 25 जून से प्रारंभ-28 जून को समाप्त
अमावस- 2 जुलाई (भौमवती अमावस्या)
ग्रहाचार : सूर्य-मिथुन, चंद्र (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल- कर्क, बुध- कर्क, गुरु- वृश्चिक, शुक्र- वृषभ (28 जून की रात्रि से मिथुन राशि में), शनि- धनु, राहु- मिथुन, केतु- धनु
व्रत/त्योहार : 20 जून- गणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 10 बजकर 11 मि.)।
(विशेष- उपर्युक्त गणनाओं में पंचांग भेद होने पर तिथियों/ योगों में परिवर्तन संभव है।)