ऋतु-शरद
रवि: दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 29 सितंबर, 1 अक्टूबर, 4 अक्टूबर, 7 अक्टूबर
अमृतसिद्धि योग- 29 सितंबर, 1 अक्टूबर, 4 अक्टूबर
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- अनुपस्थित
प्रदोष- 6 अक्टूबर (शनि प्रदोष व्रत)
भद्रा- 27 सितंबर (उदय)- 28 सितंबर (अस्त), 30 सितंबर (उदय)- 1 अक्टूबर (अस्त), 4 अक्टूबर (उदय-अस्त), 7 अक्टूबर (अस्त-अस्त)
पंचक- विगत माह से प्रारंंभ 26 सितंबर को समाप्त
मूल- 27 सितंबर से प्रारंभ- 28 सितंबर को समाप्त, 5 अक्टूबर को से प्रारंभ-6 अक्टूबर को समाप्त
अमावस्या- 9 अक्टूबर (पितृ मोक्ष अमावस्या, पितृ तर्पण समाप्त)
ग्रहाचार: सूर्य-कन्या राशि में, चन्द्र-(सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-मकर, बुध-कन्या राशि में, गुरु-तुला, शुक्र-तुला राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार: 28 सितंबर- गणेश चतुर्थी व्रत (चन्द्रोदय रात्रि 8 बजकर 40 मिनट), 2 अक्टूबर- महालक्ष्मी व्रत,
9 अक्टूबर- पितृमोक्ष अमावस्या, श्राद्ध पक्ष समाप्त।
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया