* जानिए दिसंबर 2017 के मंगलकारी कार्य-सिद्धि योग...
प्रतिमाह आने वाले कई योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले उस माह के कार्य-सिद्धि योग, शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं। अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं दिसंबर 2017 के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें :-
दिसंबर के शुभ-अशुभ योग
01 दिसंबर प्रात: 06/30 से दोपहर 02/28 तक
04 दिसंबर प्रात: 06/32 से देर रात्रि 03/20 तक
07 दिसंबर प्रात: 06/34 से सायं 07/54 तक
10 दिसंबर सायं 05/35 से देर रात्रि 06/36 तक
15 दिसंबर देर रात्रि 01/30 से देर रात्रि 06/39 तक
22 दिसंबर प्रात: 06/43 से सायं 07/11 तक
26 दिसंबर प्रात: 06/45 से देर रात्रि 01/47 तक
28 दिसंबर प्रात: 06.45 से देर रात्रि 12/38 तक
30 दिसंबर रात्रि 08/38 से देर रात्रि 06/46 तक
अमृत सिद्धि योग
04 दिसंबर प्रात: 06/32 से देर रात्रि 03/20 तक
07 दिसंबर प्रात: 06/34 से रात्रि 07/54 तक
30 दिसंबर रात्रि 08/38 से देर रात्रि 06/46 तक
सर्वदोषनाशक रवि योग
01 दिसंबर दोपहर 02.28 से 02 दिसंबर दोपहर 10.59 तक।
02 दिसंबर दोपहर 12.07 से 03 दिसंबर प्रात: 09.21 तक।
08 दिसंबर सायं 06.28 से 09 दिसंबर सायं 05.41 तक।
21 दिसंबर सायं 04.18 से 22 दिसंबर को सायं 07.11 तक।
23 दिसंबर को रात्रि 09.43 से 24 दिसंबर को रात्रि 11.46 तक।
26 दिसंबर को देर रात्रि 01.47 से 27 दिसंबर को देर रात्रि 01.37 तक।
31 दिसंबर को सायं 05.54 से।
त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग
24 दिसंबर को देर रात्रि 01/55 से देर रात्रि 06/44 तक
30 दिसंबर को प्रात: 06/46 से सायं 06/56 तक
रवि पुष्यामृत योग
07 दिसंबर को प्रात: 06.34 से रात्रि 07.54 तक
अशुभ ज्वालामुखी योग
18 दिसंबर को दिन 12.00 से 19 दिसंबर को दिन 10.09 तक
विघ्नकारक भद्रा योग
02 दिसंबर को देर रात्रि 12.58 से 03 दिसंबर को दोपहर 11.09 तक।
05 दिसंबर को रात्रि 12.03 से 06 दिसंबर को प्रात: 10.19 तक।
08 दिसंबर को देर रात्रि 02.52 से 09 दिसंबर को दोपहर 02.12 तक।
12 दिसंबर को दोपहर 01.41 से देर रात्रि 02.09 तक।
16 दिसंबर को प्रात: 07.11 से रात्रि 08.21 तक।
22 दिसंबर को प्रात: 09.11 से रात्रि 10.23 तक।
25 दिसंबर को देर रात्रि 02.44 से 26 दिसंबर को दोपहर 02.50 तक।
29 दिसंबर को दोपहर 11.11 से रात्रि 09.55 तक।
पंचक
23 दिसंबर को प्रात: 08.30 से 27 दिसंबर को देर रात्रि 01.37 तक।
मूल-संज्ञक नक्षत्र
अश्विनी 01 दिसंबर को सूर्योदय से दिन 02.28 तक
आश्लेषा मघा 07 दिसंबर को रात्रि 07.54 से 09 दिसंबर को सायं 05.41 तक
ज्येष्ठा मूल 16 दिसंबर को देर रात्रि 04.13 से 19 दिसंबर को प्रात: 10.09 तक
रेवती अश्विनी 26 दिसंबर को देर रात्रि 01.47 से 28 दिसंबर को रात्रि 12.38 तक