कैसे करें पूजन-
भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को हलछठ या बलराम जयंती के शुभ दिन धरती को धारण करने वाले शेषनाग जी ने भगवान बलराम के रूप में अवतार लिया था। आज के दिन बलराम जी की विशेष पूजा की जाती है। बलराम जयंती या हरछठ के दिन भुना हुआ चना, घी में भुना हुआ महुआ, अक्षत, लाल चंदन, मिट्टी का दीया, भैंस के दूध से बना दही, घी, महुआ का पत्ता, तिन्नी का चावल तालाब में उगा हुआ, हल्दी, नया वस्त्र, सात प्रकार के अनाज, धान का लाजा, जनेऊ और कुश इन सारी सामग्रियों को एकत्र करके पूजन किया जाता है। इन सभी सामग्रियों को 6-6 की संख्या में लेकर पूजन करना चाहिए।