हिन्दू धर्म में बहुधा जातक हाथ पर मौली, कलावा, रक्षासूत्र या पवित्र बंधन बांधते हैं, यह रक्षासूत्र होता है जो जातक को उसकी राशि और ईष्ट देवता के अनुसार बांधा जाता है। यह अक्सर जातकों के ऊपर आने वाली कठिनाइयों और पीड़ाओं का शमन भी करता है, साथ ही भयंकर संकटों से भी बचाता है।
उदाहरण स्वरूप बच्चों के हाथों या गले में काला धागा बांधा जाता है जो उन्हें बुरी नजर से बचाता है। उसी प्रकार अन्य रंग के सूत्र भी कई प्रकार की बाधाओं और मुसीबतों से रक्षा करते हैं, परंतु हर जातक को अपने ईष्ट देव, ग्रह-नक्षत्र के अनुसार ही रंग का चयन करना चाहिए।
* शनि की कृपा के लिए नीले रंग का सूती धागा बांधना चाहिए।
* बुध के लिए हरे रंग का सॉफ्ट धागा बांधना चाहिए।
* गुरु और विष्णु के लिए हाथ में पीले रंग का रेशमी धागा बांधना चाहिए।
* शुक्र या लक्ष्मी की कृपा के लिए सफेद रेशमी धागा बांधना चाहिए।