शगुन शास्त्र में कई तरह के शगुन और अपशगुन के बारे में बताया जाता है। हालांकि इन बातों में कितनी सचाई होती है यह कोई नहीं जानता। विश्वास करने वाले विश्वास करते हैं और जो नहीं करते वे इसे अंधविश्वास मानते हैं। आओ जानते हैं ऐसी ही एक मान्यता बिच्छू के संबंध में।
बिच्छू से जुड़ी कई मान्यताएं प्रचलित है। बिच्छू की भी कई तरह की प्रजातियां होती है। बिच्छू के काटने पर बहुत दर्द होता है। कुछ बिच्छू ऐसे होते हैं जिनके काटने से व्यक्ति की मौत हो जाती है।
* कहते हैं कि सपने में बिच्छू दिखाई दें तो समझो की आप पर कोई संकट आने वाला है।
* जिस घर में बिच्छू कतार बनाकर बाहर जाते हुए दिखाई दें तो समझ लेना चाहिए कि वहां से लक्ष्मी जाने वाली है।
* पीला बिच्छू माया का प्रतीक है। ऐसा बिच्छू घर में निकले तो घर में लक्ष्मी का आगमन होता है।
बिच्छू का डंक :
बिच्छू एक जहरीला प्राणी है। यदि यह काट खाए तो पहले तो तुरंत ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए। यदि आप कहीं दूर गांव में है और डॉक्टर की पहुंच से दूर हैं तो प्राथमिक तौर पर निम्नलिखित घरेलू उपाचार के बाद डॉक्टर के पास जा सकते हैं।
कहते हैं कि माचिस की छह सात तीलियों का मसाला ले और इसे पानी में गिला करके इस पेस्ट को बिच्छू के डंक वाली जगह पर लगा दें। इससे बिच्छू का जहर उतर जाएगा।
रतालु या प्याज के रस में नौसादर मिलाकर बिच्छू के डंक पर लगाने से भी विष उतर जाता है। यह भी कहते हैं कि बारीक पिसा सेंधा नमक और प्याज को मिलाकर डंक वाले स्थान पर लगाने से जहर भी जरह का असर कम हो जाता है।...एक साफ पत्थर पर फिटकरी को अच्छी तरह से घिस लें फिर डंक वाले स्थान पर फिटकरी के लेप को लगाएं और आग से थोड़ा सेकें।
पुदीने का रस पीने अथवा उसके पत्ते खाने से बिच्छू के काटने से होने वाले दर्द को कम किया जा सकता है।