Guru Vakri gochar 2023: मेष राशि में गुरु हुए वक्री, 12 राशियों का जानें राशिफल
मंगलवार, 5 सितम्बर 2023 (18:59 IST)
Jupiter retrograde in aries 2023: 4 सितंबर की शाम 4 बजकर 58 मिनट पर बृहस्पति यानी गुरु ग्रह मेष राशि में वक्री हो गए हैं। बृहस्पति जहां पर रहते हैं वहां से पांचवें, सातवें और नौवें भाव पर दृष्टि डालते हैं। जहां पर स्थिति हैं वहां भी उनका असर रहता है। यह ग्रह करीब 12 वर्षों के बाद वक्री हुआ है जो अब 31 दिसंबर तक इसी अवस्था में रहकर पुन: मार्गी हो जाएंगे। इस ग्रह के वक्री होने से इन राशियों को मिलेगा फायदा।
मेष राशि : आपकी राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपकी कुंडली के पहले भाव में वक्री हो रहे हैं। पहले भाव से पांचवें, सातवें और नौवें भाव पर उनकी दृष्टि रहेगी। यह आपके स्वभाव में बदलाव और दिमाग में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है, जिसके चलते निर्णय लेने की क्षमता पर असर पड़ेगा। आपको अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। पिता से अनबन हो सकती है। खर्चों में वृद्धि होगी। परिवार के किसी सदस्य की तबीयत खराब रह सकती है।
वृषभ राशि : आपकी राशि के आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपके बारहवें भाव में वक्री होंगे। यहां से वे छठे और आठवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। इस दौरान आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर महिलाओं के लिए सेहत संबंधी परेशानी खड़ी कर सकता है। खानपान पर ध्यान दें। सोच समझ कर निर्णय लें। पारिवारिक जीवन में भी ध्यान दें। हालांकि पेशेवर जीवन में हालात सामान्य रहेंगे।
मिथुन राशि : आपकी राशि के सातवें और दसवें भाव के स्वामी बृहस्पति ग्यारहवें भाव में हुए हैं। व्यापार में नुकसान हो सकता है। सोच समझकर निवेश करें। रिश्तों और सेहत को लेकर सतर्क रहें। जीवनसाथी से मतभेद हो सकते हैं। कार्यक्षेत्र में अन्य व्यक्ति की वजन से मतभेद बढ़ सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों मनचाही पदोन्नति या वेतन वृद्धि में सफलता मिल सकती है। शिक्षा या उच्च शिक्षा में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
कर्क राशि : आपकी राशि के छठे और नौवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपके दसवें भाव में वक्री हो रहे हैं। बृहस्पति आपके दूसरे, चौथे और छठे भाव पर दृष्टि डालेंगे। इसका मतलब यह कि धन, सुख, शत्रु और सेहत पर इसका विपरीत असर होगा। हालांकि यदि आप नौकरी बदलने का विचार बना रहे हैं तो यह समय शुभ है। खुद की और परिवार की सेहत पर विशेष ध्यान देना होगा।
सिंह राशि : आपकी राशि के पांचवें और आठवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपके नौवें भाव में वक्री होंगे। यहां से वे आपके पहले, तीसरे और पांचवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। सेहत संबंधी समस्या से ग्रस्त रह सकते हैं। यात्रा में कई कठिनाइयां आ सकती है। रिश्ते को लेकर सतर्क रहें। शिक्षा और करियर में उतार चढ़ाव रहेगा।
कन्या राशि : आपकी राशि के चौथे और सातवें भाव के स्वामी बृहस्पति आठवें भाव में वक्री हुए हैं। अचानक से घटनाक्रम बदल सकते हैं। पारिवारिक जीवन पर ध्यान देने की जरूरत है अन्यथा कई तरह की परेशानियां खड़ी हो सकती है। वैवाहिक जीवन में होने वाली गलतियों पर विचार करें। मां की सेहत का ध्यान रखें। नौकरी या व्यापार दोनों में ही सोच समझकर निर्णय लें। हालांकि व्यापार में लाभ की संभावना है।
तुला राशि : आपकी राशि के सातवें भाव में गुरु वक्री होना व्यापारिक लाभ के साथ ही दांपत्य जीवन को भी सुखमय बनाएगा। हालांकि आमदानी के साथ ही खर्चे भी बढ़ जाएंगी। हालांकि पारिवारिक जीवन भी पहले से बेहतर होगा। साझेदारी के कार्य में आपको अच्छा धनलाभ होगा।
वृश्चिक राशि : आपकी राशि के लिए बृहस्पति आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और वे छठे भाव में वक्री होंगे। यह कई तरह की समस्याएं खड़ी कर सकता है। आपको वाद विवाद से बचकर रहना होगा। सेहत और रिश्तों को लेकर सावधान रहना होगा। छात्रों को शिक्षा या उच्च शिक्षा से जुड़े अपने निर्णयों पर सोच-विचार करने की सलाह दी जाती है। वाणी पर संयम रखना होगा। फिजूलखर्ची की वजह से आपके कर्ज में आने की आशंका है।
धनु राशि : आपकी राशि के पहले और चौथे भाव के स्वामी बृहस्पति आपके पांचवें भाव में वक्री हो रहे हैं। बृहस्पति आपके पहले, ग्यारहवें और नौवें भाव पर दृष्टि डालेंगे। आपको आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। खर्चों में बढ़ोती हो जाएगी। भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। सेहत में लापरवाही भारी पड़ सकती है। मां की सेहत का भी ध्यान रखना होगा। भाई बहनों से वाद विवाद से बचकर रहें।
मकर राशि : आपकी राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति आपके चौथे भाव में वक्री हुए हैं। भाई बहन से अनबन होने की संभावना है। कोई मेहमान घर आ सकता है। मां की सेहत का ध्यान रखना होगा। नया घर खरीदने से पहले अच्छे से लाभ और हानि के संबंध सोच समझ लें। पारिवारिक जीवन पर ध्यान दें।
कुंभ राशि : आपकी राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति तीसरे भाव में वक्री हुए हैं। बचत और निवेश के मामले में सतर्क रहकर कार्य करें। खर्चों को नियंत्रित करें। पदोन्नति या वेतनवृद्धि के योग हैं। जीवनसाथी से व्यवहार को अच्छा बनाकर रखना होगा। किसी की भावना को आहत न करें।
मीन राशि : आपकी राशि के दूसरे भाव में में गुरु का वक्री होना आपकी वाणी और संबंधों में सुधार करेगा। आर्थिक रूप से लाभ प्राप्त करेंगे। बचत में बढ़ोतरी होगी। करियर में सफलता मिलेगी। नौकरी में उन्नति होगी और व्यापार में मुनाफा मिलेगा। अटके हुए सभी कार्य पूर्ण होंगे।