20 जुलाई 2015 को बुध ग्रह ने कर्क राशि में प्रवेश किया है। बुध सूर्य के बहुत समीप रहता है इसीलिए बहुधा यह सूर्य के साथ ही कुंडली में देखने को मिलता है। बुध जिस घर में भी गोचर करता है उस घर के प्रभावों और जिस राशि में गोचर कर रहा है, उसके प्रभावों में बदलाव लाता है। वैसे तो बुध किसी भी राशि में 28 दिनों तक रहता है किंतु अत्यधिक तीव्र गति के कारण इसके प्रभाव बड़ी शीघ्र बदल जाते हैं।