पंचांग : 23 दिसंबर से 5 जनवरी का पाक्षिक पंचांग, जानिए क्या है खास...

पं. हेमन्त रिछारिया
'पाक्षिक-पंचांग': पौष कृष्ण पक्ष  
 
'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचाग' श्रंखला में प्रस्तुत है पौष कृष्ण पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
 
संवत्सर- विरोधकृत 
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह- पौष
पक्ष- कृष्ण पक्ष (23 दिसंबर से 5 जनवरी तक)
ऋतु: शिशिर
रवि: उत्तरायणे
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 24 दिसंबर, 25 दिसंबर, 30 दिसंबर, 2 जनवरी, 3 जनवरी
अमृतसिद्धि योग- 30 दिसंबर, 2 जनवरी
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- 23 दिसंबर, 1 जनवरी
रवि पुष्य योग- अनुपस्थित
गुरु पुष्य योग- अनुपस्थित 
एकादशी- 1 जनवरी (सफला एकादशी व्रत)
प्रदोष- 3 जनवरी
भद्रा- 24 दिसंबर (उदय)- 25 दिसंबर (अस्त), 27 दिसंबर (उदय)- 28 दिसंबर (अस्त)
31 दिसंबर (उदय-अस्त), 3 जनवरी (उदय)- 4 दिसम्बर (अस्त)
पंचक- अनुपस्थित
मूल- 25 दिसंबर से प्रारंभ- 27 दिसंबर को समाप्त, 3 जनवरी से प्रारंभ- 5 जनवरी को समाप्त
अमावस्या- 5 जनवरी (शनैश्चरी अमावस्या)
ग्रहाचार: सूर्य- धनु राशि में, चंद्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-मीन राशि में, बुध-वृश्चिक राशि में (2 जनवरी से धनु राशि में), गुरु-वृश्चिक राशि में, शुक्र-तुला राशि में (2 जनवरी से वृश्चिक राशि में), शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार: 25 दिसंबर- श्रीगणेश चतुर्थी व्रत (चंद्रोदय रात्रि 8:48 मि. पर), 31 जनवरी- श्री पार्श्वनाथ जयंती, 1 जनवरी- ईसवी नववर्ष, 5 जनवरी- शनैश्चरी अमावस्या
 
(विशेष-उपर्युक्त गणनाओं में पंचांग भेद होने पर तिथियों/योगों में परिवर्तन संभव है।)
 
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया 
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र 
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

ALSO READ: तारे-सितारे : नए राज्यों में नई सरकार, जानिए कैसा होगा इनका कार्यकाल

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख