उनके मुताबिक नास्त्रेदमस ने इस छंद या चौपाई में कहा है कि समुद्र से सटे एक शहर में बड़ी महामारी फैलेगी, जिसके लाखों लोग शिकार होंगे। कहा जा रहा है कि जिस शहर का जिक्र नास्त्रेदमस ने किया है, लगता है वह चीन का वुहान शहर ही है। यहां समुद्री जीवों का कारोबार होता है। चीन के इसी शहर से कोरोना वायरस फैला है। सिर्फ इसी शहर में कोराना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लाखों में है।
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि वुहान में संक्रमित लोगों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो फरवरी खत्म होते-होते शहर की 5 प्रतिशत आबादी यानी 5 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाएंगे। कहा जाता है कि यह वायरस वहां के पशु बाजार से फैला है। इस शहर में समुद्री जीवों के व्यापार की एक मंडी भी लगती है।
इस वायरस से लगभग 43,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इनमें चीन के हुबेई प्रांत में ही 1310 लोगों की जान जा चुकी है जबकि कहा यह जा रहा है कि चीन दुनिया से यह आंकड़े छुपा रहा है। गैर सरकारी आंकड़ों के मुताबित अब तक लाखों लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं और लगभग 1 करोड़ से अधिक लोग बहुत दिनों से अपने घरों में कैद हैं।
वैसे नास्त्रेदमस ने अपनी कई भविष्यवाणियों में बाढ़, तूफान, महामारी और युद्ध के कारण हजारों लोगों के मारे जाने के बारे में लिखा है। यह तो उनके जन्म के पूर्व भी होता रहा है। उनके जन्म के समय भी हुआ था और आगे भी ऐसा ही होता रहेगा। मतलब यह कि बाढ़, तूफान, महामारी और युद्ध में लोग मारे ही जाते रहेंगे, लेकिन इससे कोई दुनिया तबाह नहीं होने वाली है। प्लेग फैला था उस समय भी लाखों लोग मारे गए थे लेकिन आज दुनिया की आबादी 7 अरब से ज्यादा है।