मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने एवं उनकी आराधना करने का सबसे बड़ा त्योहार दीपावली मनोकामना पूर्ति के लिए भी अचूक मुहूर्त होता है। वर्तमान में धन प्राप्ति की इच्छा हर मनुष्य को है। कलिकाल में हर कोई धनी होना चाहता है और इसके लिए श्रीलक्ष्मी माता की कृपा होना नितांत आवश्यक है। जानिए यंत्र द्वारा धन लाभ, रुका धन प्राप्त करने या लक्ष्मी माता की कृपा पाने के कुछ सरल तरीके -
यहां लक्ष्मी यंत्र, व्यापार यंत्र, कनकधारा यंत्र आदि यंत्र की पूजन विधि और कुछ तांत्रिक मंत्र दिए जा रहे हैं। जिन्हें विशेषतौर पर दीपावली के दिन सिद्ध कर अपार धन लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
अगले पन्ने पर, व्यापार वृद्धि यंत्र के प्रयोग...
व्यापार में वृद्धि के लिए यहां व्यापार वृद्धि यंत्र की पूजन विधि दी जा रही है। अच्छे प्रकार से पवित्र होकर उत्तर-पूर्व दिशा में यंत्र को लाल वस्त्र पर रखकर उसकी प्राण प्रतिष्ठा करें।
फिर प्राण-प्रतिष्ठित व्यापार वृद्धि यंत्र को तिजोरी या गल्ले में रखें। यंत्र के साथ साथ 7 गोमती चक्र, 7 हल्दी की गांठ, 7 कमल गट्टे तथा कुछ नागकेसर रखकर कोई भी गणपति मंत्र जपें और हाथ जोड़कर प्रणाम कर लें। दीपावली के दिन विधि विधान से रखा गया यह यंत्र आपको व्यापार में लाभ देगा।
अगले पन्ने पर...श्रीयंत्र की पूजन विधि और मंत्र...
अधिकतर लोगों के घर अथवा व्यापार स्थान पर श्रीयंत्र होता है। दीपावली के दिन इसकी पुन: प्राण प्रतिष्ठा कर विशेष मंत्र का जप कर इससे पुन: लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
यदि आप पारे की लक्ष्मी या स्फटिक श्रीयंत्र रखना चाहते हैं तो इसकी विधि-विधान से पूजा कर प्राण प्रतिष्ठा करें।
कमल गट्टे की माला लेकर 'श्रीं ऐं फट क्लीं' मंत्र का जाप करें।
श्रीयंत्र का एक और प्रयोग अगले पन्ने पर...
श्रीयंत्र व्यापार और धन में वृद्धि के लिए होता है। चांदी के पत्र पर बना श्रीयंत्र या अन्य किसी धातु पर बने श्रीयंत्र की दीपावली के दिन अच्छे से प्राण प्रतिष्ठा करके निम्न मंत्र का नित्य जप करें।
मंत्र : स्फटिक माला से ''ऐं ह्रीं श्रीं श्री महालक्ष्म्यै नम:'' जपें
बहुत से लोगों के घरों में श्रीमहालक्ष्मी यंत्र होता है। दीपावली के दिन इस यंत्र को साफ-सुधरा कर विधि-विधान से पुन: प्राण प्रतिष्ठा करें और निम्न मंत्र की नित्य कमल गट्टे की माला से एक माला जपें।
'ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालेय प्रसीद-प्रसीद श्री ह्रीं श्री ऊं महालक्ष्म्यै नम:।'
श्रीयंत्र या महालक्ष्मी यंत्र को दीपावली के दिन साफ-सुधरा कर विधि विधान से पुन: इसकी प्राण प्रतिष्ठा करें और निम्न मंत्र की नित्य एक माला जपें।
'श्रीं ह्रीं श्रीं कमलवासिन्यै नम:' जपें।
लक्ष्मी आराधना के लिए श्रीकनकधारा लक्ष्मी यंत्र भी बहुत चमत्कारिक है। यह अन्न व धन की वृद्धि के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में संपन्नता बढ़ती है। यह हर तरह की आर्थिक तंगी को दूर करता है।
यदि आपके घर में श्रीकनकधारा लक्ष्मी यंत्र है तो उसकी पुन: प्राण प्रतिष्ठा करें। नहीं है तो बनवा लें और फिर विधि-विधान से उसका पूजन कर उसकी प्राण प्रतिष्ठा करें और फिर नित्य कनकधारा स्त्रोत का 1, 5, 7 या 11 बार पाठ करें।
श्रीयंत्र और श्रीसूक्त के प्रयोग अगले पन्ने पर...
यदि आपके घर में रुपया पैसे नहीं टिकता है तो निम्न उपाय करें निश्चित ही लाभ होगा। श्रीयंत्र जहां धन लाभ के लिए है वहीं श्रीसूक्त आपके धन को बढ़ाएगा और बचाएगा भी। श्रीसूक्त का नित्य पाठ करने से भाग्योदय भी होता है।
कैसे करें : दीपवाली के दिन श्रीयंत्र की पूजा करके उसके सामने नित्य अर्धरात्रि में श्रीसूक्त का पाठ पंद्रह बार पढ़ें तथा एक पाठ का हवन करें। छ: माह में स्थिर लक्ष्मी प्राप्त होगी।
अगले पन्ने पर ये वस्तुएं रखें तिजोरी में धन लाभ होगा...
धन प्राप्त और लक्ष्मी स्थिरता के लिए आप अपनी तिजोरी या गल्ले में निम्न प्रकार की शुभ वस्तुएं रख सकते हैं। उक्त वस्तुओं का दीपावली के दिन पुन: पूजन करके गल्ले में रखें।
ये कुछ खास : दीक्षणावर्त शंख, श्रीयंत्र, श्वेतार्क गणेश, एकाक्षी नारियल, बिल्ली की नाल, सियारसिंगी, हत्थाजोड़ी या लक्ष्मी यंत्र आदि सभी को या अभाव में किसी एक को मंत्रित कर गल्ले में रखें। धन वृद्धि होगी। सभी प्रयोग सिद्ध हैं। आवश्यकता है श्रद्धा और विश्वास की।
नोट : उपर्युक्त बताए गए सभी प्रयोगों के लिए सही यंत्र का प्रयोग करें...साथ ही ध्यान रखें कि यंत्र भोजपत्र पर या धातु पर उकेर कर बनाया गया हो। कई लोग कागज पर यंत्र बनाकर पूजन करते हैं, जिसका फल प्राप्त नहीं होता। कोई भी यंत्र शुभ परिणाम तभी देता है, जब वह विधि-विधान से बनाया गया हो।